अस्पताल में चिकित्सकों की स्थिति
यहां चिकित्सकों के दस पद स्वीकृत हैं, लेकिन तीन पद तो रिक्त चल रहे हैं। वहीं दो चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर अन्यत्र सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में पांच चिकित्सकों के भरोसे उपखंड मुख्यालय सहित आसपास के सैकड़ों गांवों की करीब पचास हजार आबादी निर्भर है।
वहीं चिकित्सकों के अलावा नर्स ग्रेड द्वितीय के स्वीकृत ६ में से एक पद रिक्त है। इधर, महिला चिकित्सक का पद रिक्त होने से महिला रोगियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सहायक रेडियो ग्राफर का भी एक पद, वार्डबॉय/स्वीपर के दस में से पांच तथा वाहन चालक का एक पद खाली चल रहा है। वहीं चिकित्सालय में कार्यरत एक मात्र लेखाकर भी किशनगढ़ रेनवाल में सेवाएं दे रही है।
चिकित्सा प्रभारी परेशानी से अनजान
इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ. अजय गुप्ता का कहना है कि चिकित्सालय में व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है। किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। विभाग ने कुछ चिकित्सकों को कार्य व्यवस्था के लिए अन्य स्थानों पर लगा रखा है। कुछ चिकित्सकों का तबादला हो गया है। सरकार ने चिकित्सक भी लगाए हैं जो शीघ्र ही कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। अस्पताल में स्वाईन फलू, डेगूं, चिकनगुनिया व मलेरिया की स्क्रीनिंग व जांच की जाती है।
चिकित्सालय में एलटी के रिक्त पद से परेशान मरीज
करणसर. कस्बे के श्रीरतनलाल पाटनी राजकीय उत्कृष्ठ प्राथमिक चिकित्सालय में मौसम परिर्वतन के चलते इनदिनों मरीजो की भीड़ लगी रहती है। लेकिन लैब टेक्निशियन का पद रिक्त होने से मरीजों को जांच के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रह है। जानकारी अनुसार चिकित्सालय में लैब टेक्निशियन का पद २० जून से रिक्त है। इससे मरीजों की जांचें नहीं हो पा रही है। मरीजों को जांच कराने के लिए या तो निजी चिकित्सालय में जाना पड़ता है या फिर हिंगोनिया, रेनवाल जाना पड़ता है। वर्तमान में चिकित्सालय में आउटडोर करीब 170-180 मरीज प्रतिदिन है। चिकित्सालय प्रभारी डॉ. सीताराम यादव का कहना है कि रिक्त पदों के बारे में उच्च अधिकारियो को अवगत करा दिया गया है। शीघ्र व्यवस्थाएं सुधर जाएगी।