छात्रों पर मंडराती मौत, भय के साए में पढ़ाई की मजबूरी
बगरूPublished: Aug 13, 2018 08:56:52 pm
– जर्जर स्कूल भवन, हादसे का अन्देशा
छात्रों पर मंडराती मौत, भय के साए में पढ़ाई की मजबूरी
बिचून (जयपुर). जिम्मेदारों की लापरवाही से विधार्थी कक्षा कक्षो में भय के साए में बैठने को मजबूर हैं। दो माह के दौरान विभिन्न स्कूलों में कमरे का प्लास्टर गिरने से विधार्थियों के करीब आधा दर्जन मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ऐसी ही स्थिति आसलपुर ग्राम के राजकीय आदर्श बालिका उच्च प्राथमिक विधालय की है जहां भवन जर्जर होने से कक्षा-कक्षों की छत का प्लास्तर आए दिन झड़ता है। दीवारों में दरार आ गई है। इससे यहां हादसे का अंदेशा लगा रहता है। बारिश के दिनों में स्कूल के कमरों की छत से पानी टपकता है, ऐसे में विधार्थियों की छुट्टी करनी पड़ती है। पढ़ाई के दौरान कक्षों का प्लास्तर झडऩे से छात्राएं, स्कूल स्टाफ तथा अभिभावक चिन्तित हैं। साथ ही समास्या का समाधान नहीं होने से इसमें रोष भी व्याप्त हैं।
छह दशक पुराना विधालय भवन
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 6 दशक पुराने विद्यालय भवन की मरम्मत नहीं होने से इसके कमरों की छत का प्लास्टर गिरने लग गया। कुछ दिनों पूर्व एक कक्षा कक्ष का प्लास्टर गिरने से छात्राएं भयभीत है। विधालय स्टाफ ने की जर्जर भवन के बारे में विभागीय उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया तथा ऐतिहात के तौर पर कुछ कमरों में बच्चों को बैठाने पर रोक लगा दी। जिससे छात्राओं को बरामदे या खुले आसमान के नीचे बैठ पढ़ाई करनी पड़ती है।
उच्चाधिकारियों को दी सूचना
इस बारे में राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विधालय के प्रधानाचार्य दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि विधालय की जर्जर अवस्था के बारे में जानकारी मिली है तथा इसके बारे में उच्च अधिकारियों को सूचना भिजवाई जा चुकी है। पंचायत समिति सदस्य एवं शिक्षा समिति दूदू के अध्यक्ष शिवजीराम कुमावत ने बताया कि भवन के जीर्णशीर्ण होने की मुझे जानकारी मिली है। शीघ्र ही अधिकारियों से सम्पर्क कर इसकी मरम्मत कराने का प्रयास किया जाएगा।