scriptबारिश का पानी सहेजने के लिए बनाया 11 करोड़ लीटर का फार्म पॉन्ड | Farm pond built for water storage in Jobner | Patrika News

बारिश का पानी सहेजने के लिए बनाया 11 करोड़ लीटर का फार्म पॉन्ड

locationबगरूPublished: Jul 11, 2021 07:19:13 pm

Submitted by:

vinod sharma

जल संग्रहण के लिए बडे पॉन्ड का निर्माण

बारिश का पानी सहेजने के लिए बनाया 11 करोड़ लीटर का फार्म पॉन्ड

राजस्थान में मानसून मेहरबान, जयपुर जमकर भीगा,राजस्थान में मानसून मेहरबान, जयपुर जमकर भीगा,बारिश का पानी सहेजने के लिए बनाया 11 करोड़ लीटर का फार्म पॉन्ड

जोबनेर। श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विवि में वर्षा जल संग्रहण के किए राज्य के सबसे बड़े पॉन्ड में एक का निर्माण हुआ है। शुष्क एवं अर्ध शुष्क क्षेत्र में कृषि की सफलता या विफलता पानी की समय रहते उपलब्धता पर निर्भर करती है इन क्षेत्रों में बरसात ना केवल सीमित होती है अपितु उसका वितरण भी असमान होता है यदि मूसलाधार वर्षा के जल को सहेज कर एकत्रित कर लिया जाए तो उससे काफी हद तक पानी की कमी की भरपाई की जा सकती है।
पचास लाख रुपए की लागत….
इस पृष्ठभूमि के मध्य नजर एक परियोजना श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर द्वारा भारत सरकार की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत स्वीकृत हुई जिस के क्रियान्वयन से वर्षा जल संग्रहण तथा इसका अनुसंधान एवं बीज उत्पादन में उपयोग करने के उद्देश्य से पचास लाख रुपए की लागत से 11 करोड़ लीटर भराव क्षमता का एक एक फार्म पॉन्ड का निर्माण कराया गया है।
130 मीटर लंबाई 90 मीटर चौड़ाई तथा 11 मीटर गहराई….
इस फाउंड का धरातल पर आकार 130 मीटर लंबाई 90 मीटर चौड़ाई तथा 11 मीटर गहराई है इस फार्म पॉन्ड में कृषि महाविद्यालय के कैंपस फार्म क्षेत्र कस्बे की पहाड़ी के प्रवाह जल का एकत्रित किया जाएगा इस प्रकार से प्राप्त वर्षा जल का उपयोग कृषि अनुसंधान एवं उन्नत बीज उत्पादन में हो सकेगा जो किसानों की आय बढ़ाने एवं कृषि विकास में महत्वपूर्ण आयाम जुड़ेगा फार्म पॉन्ड से एकत्रित जल्द से 10 हेक्टेयर क्षेत्र के वर्ष पर्यंत अनुसंधान एवं उन्नत बीज उत्पादन कार्यक्रम संपन्न किया जा सकेगा इससे एक फसली वर्षा पोषित क्षेत्र को कम से कम दो फसली क्षेत्र में बदला जा सकता है किसान भी अपने खेत के निचले स्तर में वर्षा जल को एकत्रित करके फायदा उठा सकते हैं साथ ही सब्जी उत्पादन बगीचा वृक्षारोपण पशु पालन मछली पालन को बढ़ावा मिलेगा
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