कुछ ऐसा ही दुखभरा वाकया हुआ कस्बा निवासी श्रमिक सीतादेवी (55) के साथ। सांभर साल्ट लिमिटेड के प्रोसेस साल्ट प्लांट में नमक के ढेर में दबने से उसकी मौत हो गई। सूचना पर सांभर थाना प्रभारी रामेश्वर लाल बगडीया ने मौका मुआयना किया। थाना प्रभारी ने बताया कि सांभर निवासी सीतादेवी ठेकेदार के मार्फत प्लांट पर कार्य करती थी तथा शुक्रवार को भी पीएसपी प्लांट पर प्रात: कार्य कर रही थी। वह नमक के ढेर पर थी, इसी दौरान अचानक नमक ढह गया और उसमें महिला दब गई। वहां कार्य करने वाले अन्य श्रमिकों ने उसे बाहर निकाला और राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। महिला के पति की पहले ही मौत हो चुकी है। इस सम्बन्ध में सांभर थाने में मृग दर्ज हुआ है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
किसी ने नहीं ली सुध, परिजनों ने जताया रोष सांभर साल्ट में काम करने वाले श्रमिकों ने बताया कि महिला श्रमिक के नमक के ढेर में दबने की सूचना प्रबंधन को तत्काल देने के बावजूद भी कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा। इससे परिजनों व श्रमिकों में रोष था। उनका कहना था कि ऐसी विपत्ति की घड़ी में भी कोई भी संभालने मौके पर नहीं पहुंचा।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हादसे के बाद मृतका के दोनों पुत्रों व अन्य परिजनों का रो रो-कर बुरा हाल हो गया। श्रमिकों ने मृतका के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।
परिजनों को मिले सहायता
– सांभर साल्ट प्रबंधन को मृतक महिला श्रमिक के परिवार को पूरी सहायता करनी चाहिए। श्रमिकों की सुरक्षा के लिए भी सांभर साल्ट को पर्याप्त उपाय करने चाहिए, जिससे भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना ना हो।
अशोक पारीक, महासचिव सांभर साल्ट कर्मचारी संघ, सांभर
जिम्मेदार बोले…
– कंपनी द्वारा मृतका के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी तथा मृतका के परिवार से एक व्यक्ति को सांभर साल्ट में काम भी दिया जाएगा। कंपनी प्रबंधन श्रमिक के साथ है और उसको पूरी मदद करेगी।
राजेश ओझा, महाप्रबंधक (कार्य), जयपुर
– कंपनी द्वारा मृतका के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी तथा मृतका के परिवार से एक व्यक्ति को सांभर साल्ट में काम भी दिया जाएगा। कंपनी प्रबंधन श्रमिक के साथ है और उसको पूरी मदद करेगी।
राजेश ओझा, महाप्रबंधक (कार्य), जयपुर