धुंआ उठता रहा तो ट्रैक्टर-ट्रॉली से उठाया कचरा
यूं तो फैक्ट्री के बॉयलर व बुरादे में लगी आग पर सुबह करीब साढ़े सात बजे तक काबू पा लिया गया था। लेकिन आग पर काबू पाने के बाद भी लकड़ी के बुरादे से धुंआ उठता रहा। कई टन बुरादे को फैक्ट्री परिसर से बाहर फेंकने के बाद भी बुरादे व लकडिय़ों से धुआं उठना बंद नहीं हुआ तो फैक्ट्री प्रबंधन ने ट्रेक्टर-ट्रॉली से बुरादे को उठवाकर अन्य स्थान पर भिजवा दिया। इधर आग का फैक्ट्री के रोजमर्रा के कार्य पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। मजदूर अन्य दिनों की तरह काम पर आए।
बॉयलर में लगी आग पर पाया एक घण्टे में काबू
फैक्ट्री में लगे बॉयलर में आग लगने की खबर लगते ही फैक्ट्री के मजदूरों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। फैक्ट्री के मजदूरों ने सबसे पहले बॉयलर में लगी आग पर काबू पाने के प्रयास किए। आग पर करीब एक घंटे में काबू पा लिया। जिससे बॉयलर नहीं फटा और जान-माल का नुकसान होने से बच गया।
मौके नहीं मिली फायर एनओसी
दमकलकर्मियों की मानें तो फैक्ट्री संचालकों ने अग्निशमन विभाग से फायर एनओसी नहीं ले रखी थी। फैक्ट्री मेें मौके पर आग बुझाने के पर्याप्त उपकरण भी नहीं मिले। ऐसे मेें अधिकारियों की अनदेशी के कारण क्षेत्र मेें अधिकांश फैक्ट्रियां बिना फायर एनओसी के चल रही है।
फैक्ट्री संचालकों ने अग्निशमन विभाग से फायर एनओसी नहीं ले रखी है। चौमूं उपखण्ड़ में संचालित सभी फैक्ट्री एवं औद्योगिक ईकाईयों का सर्वे कर रिर्पोट रीको के अधिकारियोंं, अग्निशमन विभाग के उच्चाधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों को भेजी जाएगी।
सुरेश यादव, सहायक अग्निशमन अधिकारी, चौमूं