जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि करणी विहार थाने के कांस्टेबल रमेश कुमार को मुखबिर से सूचना मिली कि गांधीपथ रोड स्थित चाय की थड़ी पर आधा दर्जन से अधिक युवक ऑनलाइन एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे हैं। इस पर करणी विहार थानाधिकारी पन्नालाल जांगिड़, उपनिरीक्षक महीराम विश्नोई, कांस्बेटल रमेश कुमार, सुनील कुमार, कमलेश कुमार की टीम गठित ने चाय की थड़ी पर दबिश दी तो 7-8 लड़के बैठे थे। जो मोबाइल पर चैटिंग कर रहे थे और ऑनलाईन एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से ऑन लाइन फोन पे, पेटीएम, गुगल-पे, एयरटेल पेमेंट के जरिए अपने खाते में राशि डलवा रहे थे।
इसके कब्जे से महंगे मोबाइल, 50 से अधिक सिम कार्ड बरामद किए हैं। जिनसे स्कोका डॉटकॉम जिसका सर्वर सिंगापुर व लॉकान्टो डॉटकॉम का सर्वर शंघाई चीन में है। उनका मुख्य काम वहां के लोगों को ऑनलाइन स्पा एवं मसाज की सर्विस देने का है। सभी लड़के इन दोनों साइटों पर अपना फर्जी एकाउंट बनाकर एस्कोर्ट सर्विस का विज्ञापन देकर चुनिन्दा 32 शहरों में कॉलगर्ल उपलब्ध करवाने का झांसा देकर अपने अकाउंट में 5 हजार से लेकर 40 हजार तक ऑनलाइन ठगे करते थे। इसके बाद कस्टमर के मोबाइल नम्बर ब्लॉक करते देते थे।
कानाराम है गैंग का सरगना
गैंग का मुख्य सरगना कानाराम जाट है। जिसके अधीन करीब 125 लड़के काम करते हैं। जिनकों कमीशन देकर काम करवाता है। वेबसाइट पर विज्ञापन स्वयं कानाराम डालता था, काम में ली जाने वाली सिम कार्ड गैंग का सरगना उपलब्ध करवाता था।
गैंग का मुख्य सरगना कानाराम जाट है। जिसके अधीन करीब 125 लड़के काम करते हैं। जिनकों कमीशन देकर काम करवाता है। वेबसाइट पर विज्ञापन स्वयं कानाराम डालता था, काम में ली जाने वाली सिम कार्ड गैंग का सरगना उपलब्ध करवाता था।