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रंगदारी वसूलने के लिए बनाई गैंग, रौब जमाने के लिए कर दी फायरिंग

locationबगरूPublished: Mar 06, 2022 11:36:51 pm

Submitted by:

Ramakant dadhich

फायरिंग करने के मामले का खुलासा

रंगदारी वसूलने के लिए बनाई गैंग, रौब जमाने के लिए कर दी फायरिंग

रंगदारी वसूलने के लिए बनाई गैंग, रौब जमाने के लिए कर दी फायरिंग

कोटपूतली. स्थानीय पुलिस ने पांच दिन पहले राजमार्ग पर तीन अलग-अलग होटलों में रंगदारी की मांग को लेकर एक साथ फायरिंग करने के मामले का खुलासा करते हुए दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो अवैध हथियार व एक ङ्क्षजदा कारतूस बरामद किया है। होटल मालिकों में खौफ पैदा कर रंगदारी वसूल करना फायङ्क्षरग का उद्देश्य था। मुख्य सरगना अभी फरार है। पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण मनीष अग्रवाल ने बताया कि एक मार्च की रात को करीब 9 बजे 6161 गैंग के मुखिया हिस्ट्रीशीटर प्रदीप रावत की अगुवाई में 8 लोगों ने एक ही समय राजमार्ग पर स्थित होटल कानजी, कमलनाथ व राधा रानी पर अंधाधुंध फायङ्क्षरग कर वहां पर्ची फेंक कर 50 हजार रुपए प्रति माह देने की मांग की थी। रुपए नहीं देने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी। इस घटना से होटल व्यवसायियों व आमजन में दहशत फैल गई। इस पर रात को ही पुलिस महानिरीक्षक जयपुर उमेश दत्ता, जिला पुलिस अधीक्षक के अलावा स्थानीय अधिकारियों ने मौका मुआयना कर अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में एएसपी विद्याप्रकाश, उप अधीक्षक डॉ. संध्या यादव, थाना प्रभारी सवाई ङ्क्षसह, दिलीप ङ्क्षसह, हवाङ्क्षसह, हितेश शर्मा, हेमराज, मनीष शर्मा साइबर सेल के लक्ष्मीकांत व कमलेश को शामिल किया गया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच 5- 5 हजार इनाम की घोषणा की गई।

6161 गैंग का गठन
इस मामले में शामिल अपराधियों द्वारा कस्बे व आसपास के गांव में क्रेशर मशीनों, होटल व्यवसायियों, कारोबारियों को हथियारों के बल पर धमकाने, फायङ्क्षरग कर दहशत फैलाने, रंगदारी वसूली जैसी अवैध गतिविधियों के प्रकरण दर्ज हैं। मुख्य आरोपी प्रदीप रावत ने अपने साथी बदमाशों के साथ आपराधिक ग्रुप 6161 बना कर युवाओं को अपराध की दुनिया की ओर धकेल रहा है। उसने यह गैंग उदयपुर की बैंक डकैती के बाद अपने कुछ अपराधिक साथियों को शामिल करते हुए स्वयं के मोबाइल नंबरों के मध्य के चार अंकों के आधार पर गठन किया है। सोशल मीडिया पर अपने गैंग के सदस्यों के साथ हथियारों की फोटो पोस्ट कर कोटपूतली व आसपास के क्षेत्र में रंगदारी वसूली का टारगेट बनाता है। इस घटना से पूर्व सरगना ने तस्करों से हथियार खरीदे और शाम को आलमपुर थाना बानसूर फार्म पर योजना बनाई गई। वारदात के बाद फिर से फार्म हाउस पर एकत्रित होकर वहां से दो अलग-अलग समूहों में विभाजित होकर फरारी काटने के लिए रवाना हो गए। इस गैंग के तार पड़ोसी जिला अलवर, भिवाड़ी, हरियाणा के महेन्द्रगढ़, रेवाड़ी व मेवात क्षेत्र के अपराधियों से जुड़े हैं। गिरफ्तार अमित के खिलाफ सरूण्ड, प्रागपुरा व कोटपूतली में 9 मामले व विशाल के खिलाफ प्रागपुरा कोटपूतली में 7 अलग-अलग मामले दर्ज है।

सरिस्का के वन क्षेत्र में दी दबिश
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरिस्का के वन क्षेत्र टहला की ढाणी कुंडला में आरोपियों के छिपे होने की सूचना पर टीम प्रभारी दिलीप ङ्क्षसह की अगुवाई में दबिश दी। इस पर आरोपी पुलिस को देख कर भाग गए। पुलिस ने दूर तक पीछा कर इनामी बदमाश भीमङ्क्षसह उर्फ अमित (23) निवासी ढाणी दयाराम ग्राम बेरी थाना प्रागपुरा व विशाल धानका (21) ढाढा सुदरपुरा थाना प्रागपुरा को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपियों से दो देशी कट्टे, एक ङ्क्षजदा कारतूस व एक खाली खोल बरामद किया है। इनके विरुद्ध प्रागपुरा थाना क्षेत्र में क्रेशर प्लांट पर रंगदारी वसूली व फायङ्क्षरग के अलग आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। आरोपियों की सहायता करने वाले लोगों को चिन्हित कर इनकी भी तलाश शुरू की गई है।
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