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जिंदगीभर जिसके डर से लोगों को बचाया उसी ने ली जान

locationबगरूPublished: Sep 06, 2020 10:29:46 pm

Submitted by:

Ashish Sikarwar

जीवन भर जिसके डर से लोगों को निजात दिलाई। उसी डर ने पकडऩे वाले की जान ले ली। जानकारी लोगों को घरों में घुसे सर्प को पकड़कर निजात दिलाने वाले बाबा ठाकुर कुबेर दानसिंह (85) की सर्पदंश के कारण मौत हो गई। काली पहाड़ी चारणवास निवासी बाबा अचरोल एक घर में घुसे सर्प को पकडऩे के लिए गए थे, लेकिन वहां सर्प ने पकडऩे के बाद डंस लिया।

जिंदगीभर जिसके डर से लोगों को उसी ने ली जान

जीवन भर जिसके डर से लोगों को निजात दिलाई। उसी डर ने पकडऩे वाले की जान ले ली। जानकारी लोगों को घरों में घुसे सर्प को पकड़कर निजात दिलाने वाले बाबा ठाकुर कुबेर दानसिंह (85) की सर्पदंश के कारण मौत हो गई। काली पहाड़ी चारणवास निवासी बाबा अचरोल एक घर में घुसे सर्प को पकडऩे के लिए गए थे, लेकिन वहां सर्प ने पकडऩे के बाद डंस लिया।,जीवन भर जिसके डर से लोगों को निजात दिलाई। उसी डर ने पकडऩे वाले की जान ले ली। जानकारी लोगों को घरों में घुसे सर्प को पकड़कर निजात दिलाने वाले बाबा ठाकुर कुबेर दानसिंह (85) की सर्पदंश के कारण मौत हो गई। काली पहाड़ी चारणवास निवासी बाबा अचरोल एक घर में घुसे सर्प को पकडऩे के लिए गए थे, लेकिन वहां सर्प ने पकडऩे के बाद डंस लिया।,जीवन भर जिसके डर से लोगों को निजात दिलाई। उसी डर ने पकडऩे वाले की जान ले ली। जानकारी लोगों को घरों में घुसे सर्प को पकड़कर निजात दिलाने वाले बाबा ठाकुर कुबेर दानसिंह (85) की सर्पदंश के कारण मौत हो गई। काली पहाड़ी चारणवास निवासी बाबा अचरोल एक घर में घुसे सर्प को पकडऩे के लिए गए थे, लेकिन वहां सर्प ने पकडऩे के बाद डंस लिया।

जयपुर/चंदवाजी. जीवन भर जिसके डर से लोगों को निजात दिलाई। उसी डर ने पकडऩे वाले की जान ले ली।
जानकारी लोगों को घरों में घुसे सर्प को पकड़कर निजात दिलाने वाले बाबा ठाकुर कुबेर दानसिंह (85) की सर्पदंश के कारण मौत हो गई। काली पहाड़ी चारणवास निवासी बाबा अचरोल एक घर में घुसे सर्प को पकडऩे के लिए गए थे, लेकिन वहां सर्प ने पकडऩे के बाद डंस लिया। इस पर बाबा को निम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। महाराणा प्रताप संस्थान के पूर्व सचिव समाजसेवी महेंद्रसिंह बारहठ ने बताया कि बाबा जीवन भर लोगों के घरों तथा दुकानों में घुसे सांपों को पकड़ कर जंगल में छोड़ा तथा लोगों को राहत दिलाई। उन्होंने बुढ़ापे में भी अपनी सेवा कार्य को नहीं छोड़ा लेकिन अंतत: सर्पदंश के कारण ही उनकी मौत हो गई।

 

इधर पिता की आंखों के सामने मासूम ने तोड़ा दम
जयपुर/रामपुरा-डाबड़ी. जयपुर-चौमूं राजमार्ग पर बने हुए कटों पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, फिर भी प्रशासन सचेत ना होकर अवरोधक नहीं लगा रहा है। इसका खमियाजा गुजरने वाले छोटे वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसी लापरवाही के कारण शनिवार देररात 12.30 बजे रामपुरा डाबड़ी पुलिया के पास कच्ची बस्ती निवासी एक खानाबदोश चौमूं की ओर जा रहा था तब सोलेट नगर के कट के पास एक कार ने बाइक चालक को टक्कर मार दी। इससे पिता गंभीर घायल हो गया तथा पुत्र की मौत हो गई।

 

जानकारी के अनुसार कस्बे की पुलिया के पास कच्ची बस्ती में रहने वाले शहजाद (43) और पुत्र वरुण (५) बाइक से चौमूं जा रहे थे तब एक कार चालक ने टक्कर मार दी। इस दौरान बाइक सवार पिता-पुत्र गंभीर घायल हो गए। दुर्घटना की सूचना पर टांटियावास टोल आरपीओ अनिल शर्मा ने मौके पर मय जाब्ते के मौके पर पहुंच कर दोनों घायलों को पुलिस की मौजूदगी में टोल एम्बुलेंस से चौमूं सीएचसी ले गए। यहां पर डॉक्टरों ने वरुण को जांच के दौरान मृत घोषित कर दिया तथा शहजाद की हालत गंभीर होने पर जयपुर के एसएमएस रेफर कर दिया। इस दौरान दुर्घटना के बाद घायल के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे।

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