यहां पशुओं को नहीं मिलता समय पर उपचार
पशुचिकित्सालय खुलवाने की मांग को लेकर कृषि-पशुपालन मंत्री को सौंपा ज्ञापन

बधाल। लूनियावास ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने समाजसेवी भामाशाह रामपाल गीला के नेतृत्व में कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया को लूनियावास में पशुपालकों की पशुरोग समस्या को मद्देनजर पशुचिकित्सालय खुलवाने को लेकर ज्ञापन सौंपा।
रामपाल गीला, भंवरलाल सैन, लादूराम, श्यामलाल, हीरालाल, पंच राजेन्द्र जाट, झाबरसिंह, विजयसिंह, किशनलाल आदि ने ज्ञापन में बताया कि लूनियावास गांव की आबादी करीबन 20 हजार है। यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय पशुपालन व कृषि ही है। इसके बावजूद यहां पशुचिकित्सालय नहीं है।
जाना पड़ता 10-12 किमी दूर
पशुपालकों को अपने बीमार पशु के उपचार के लिए महंगे दामों पर अन्य जगह से पशुचिकित्सक बुलाने पड़ते है। या फिर स्वयं के साधन से 10-12 किलोमीटर दूर पशुचिकित्सालय जाना पड़ता है, जिससे समय व धन की बर्बादी होती है। समय पर पशु को उपचार नहीं मिलने से काल का ग्रास बन जाते है, जबकि ग्राम पंचायत ने पशुचिकित्सालय के लिए आबादी में भूमि आवंटन भी कर रखा है। पशुपालकों की समस्या का ध्यान रखते हुए पशुचिकित्सालय खुलवाने की मांग का ज्ञापन सौंपा।
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