सूत्रों के अनुसार चौमूं शहर में जयपुर रोड, रींगस रोड, रेनवाल रोड, कचौलिया रोड, सामोद रोड, भोजलावा रोड समेत विभिन्न स्थानों पर विवाह स्थल संचालित हैं, लेकिन अधिकतर विवाह स्थल नियमों के विपरीत चल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इन विवाह स्थलों का नगरपालिका कार्यालय में पंजीयन तक नहीं है। स्थानीय निकाय विभाग के आदेश पर नगरपालिका के कार्मिकों की शहर के विवाह स्थलों की जांच में सामने आया था कि कृषि भूमि पर विवाह स्थल संचालित मिले। उनका पंजीकरण तक नहीं था।
फायर सक्षम स्वीकृति, पार्किंग सुविधा, पीडब्ल्यूडी से स्थायी प्रमाण पत्र आदि नहीं मिले। खास बात ये है कि इस जांच को हुए दो साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन अब तक पालिका प्रशासन इन विवाह स्थलों का ना तो पंजीकरण करवा पाया तथा न ही बकाया चल रही करोड़ों रुपए की राशि वसूल पाया। पिछले साल पत्रिका में खबर छपने के बाद दो विवाह स्थल सीज किए थे, लेकिन बाद में सशर्त खोल दिए गए थे। शर्तों की पालना अब तक नहीं हो पा रही है। हालांकि पालिका प्रशासन खुद का बचाव करने के लिए बार-बार जरूर संचालकों को नोटिस जारी कर चुका है।
अल्टीमेटम की नहीं परवाह
नगरपालिका प्रशासन ने 12 फरवरी 2019 को शहर में संचालित मैरिज गार्डनों को पौने दो करोड़ रुपए का बकाया शुल्क जमा करवाने एवं पंजीयन करवाने के लिए नोटिस जारी किए थे, जो 14 फरवरी तक तामिल हो चुके थे। गम्भीर बात ये है कि नोटिस में 15 दिन का समय दिया गया था, लेकिन एक महीने पूरा होने को है। अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई।
नगरपालिका प्रशासन ने 12 फरवरी 2019 को शहर में संचालित मैरिज गार्डनों को पौने दो करोड़ रुपए का बकाया शुल्क जमा करवाने एवं पंजीयन करवाने के लिए नोटिस जारी किए थे, जो 14 फरवरी तक तामिल हो चुके थे। गम्भीर बात ये है कि नोटिस में 15 दिन का समय दिया गया था, लेकिन एक महीने पूरा होने को है। अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई।