इस रेल में बैठना अच्छा लगता है
कमरों के आगे विभिन्न डिजाइन बनाई गई है। पहली नजर में किसी प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन की तरह दिखाई देने वाला यह सरकारी स्कूल इसी सत्र में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में क्रमोन्नत हुआ था। विद्यार्थियों का कहना है कि कक्षाओं में बैठने पर लगता है कि जैसे रेल के डिब्बों में बैठे हुए है, इस रेल में बैठना अच्छा लगता है।
कमरों के आगे विभिन्न डिजाइन बनाई गई है। पहली नजर में किसी प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन की तरह दिखाई देने वाला यह सरकारी स्कूल इसी सत्र में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में क्रमोन्नत हुआ था। विद्यार्थियों का कहना है कि कक्षाओं में बैठने पर लगता है कि जैसे रेल के डिब्बों में बैठे हुए है, इस रेल में बैठना अच्छा लगता है।
ऐसा लगता है कि बच्चे ट्रेन के डब्बों से झांक रहे
प्रधानाचार्य पूनम यादव ने भामाशाह का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि स्कूल की खिड़की, दरवाजे तथा अन्य चीजें ट्रेन के रंग में रंगी है, जब स्कूल के विद्यार्थी दरवाजों पर खड़े होते हैं तो ऐसा लगता है कि बच्चे ट्रेन के डब्बों से झांक रहे हैं। सरपंच प्रतिनिधि सन्तू सिंह ने बताया कि भामाशाह ने सराहनीय कार्य किया है, स्कूल को रेलगाड़ी का लुक देने का प्रस्ताव पसंद आया, ऐसे ही भामाशाह आगे आते रहे तो ग्रामीण विद्यालयों का स्वरूप बदल सकता है।
प्रधानाचार्य पूनम यादव ने भामाशाह का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि स्कूल की खिड़की, दरवाजे तथा अन्य चीजें ट्रेन के रंग में रंगी है, जब स्कूल के विद्यार्थी दरवाजों पर खड़े होते हैं तो ऐसा लगता है कि बच्चे ट्रेन के डब्बों से झांक रहे हैं। सरपंच प्रतिनिधि सन्तू सिंह ने बताया कि भामाशाह ने सराहनीय कार्य किया है, स्कूल को रेलगाड़ी का लुक देने का प्रस्ताव पसंद आया, ऐसे ही भामाशाह आगे आते रहे तो ग्रामीण विद्यालयों का स्वरूप बदल सकता है।