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JMRC: जयपुर की परेशानी का मिले हल

locationबगरूPublished: Jan 06, 2022 06:24:06 pm

जयपुर मेट्रो के फेज टू (jaipur metro rail corporation phase 2) को मिले हरी झंडी तो पकड़े रफ्तार, शहर की जरूरत हो पूरी। राज्य सरकार (Rajasthan Government) ने केन्द्र से वित्तीय सहायता के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल रखी है फेज टू की डीपीआर। जयपुर शहरवासी हो रहे हैं परेशान। Metro rail पूरे शहर को जोड़े तो परेशानी का हो हल

जयपुर मेट्रो को सेकेंड फेज का इंतजार

JMRC: जयपुर मेट्रो कर रही कदम ताल, देश की दूसरी मेट्रो भर रही उड़ान

अभिषेक सिंघल

जयपुर. जयपुर मेट्रो रेल परियोजना (jaipur metro rail corporation) लम्बे समय से फेज टू (jaipur metro phase 2) के इंतजार में जहां की तहां कदमताल कर रही है। देश की कुल 14 (how many metro in india) में से इसके बाद प्रारम्भ हुई आठ अन्य मेट्रो (metro train) जयपुर मेट्रो (JMRC) से कहीं आगे निकलने लगी हैं। जयपुर में मेट्रो की जरूरत लगातार बढ़ रही है जबकि राज्य सरकार इसके विस्तार को ठंडे बस्ते से बाहर निकालने की बजाय केन्द्र की वित्तीय सहायता का इंतजार कर रही है। कम दूरी में संचालन से जयपुर मेट्रो को पर्याप्त यात्री भार नहीं मिल रहा है जिससे इसका संचालन सरकार पर भार साबित हो रहा है।
जयपुर मेट्रो के बाद भारत में (metro train in india) हैदराबाद, चेन्नई, नोएडा, नागपुर, कोच्ची, लखनऊ, अहमदाबाद, कानपुर में मेट्रो शुरू हुई। इनमें कानपुर, अहमदाबाद के अलावा अन्य मेट्रो के ट्रैक की लम्बाई जयपुर से ज्यादा है। कम दूरी के बावजूद जयपुर मेट्रो का यात्रीभार इसके बाद शुरू हुई आठ मेट्रो में से चार से ज्यादा है। जयपुर मेट्रो का वार्षिक खर्च करीब 155 करोड़ है जबकि इसे आय करीब 115 करोड़ रुपए ही हो पा रही है। गौरतलब है कि जयपुर मेट्रो फेज टू की डीपीआर दिल्ली मेट्रो (best metro in india) ने तैयार की है। जो देश में सबसे ज्यादा दूरी 348. 12 किलोमीटर में मेट्रो संचालित कर रही है और इसका वार्षिक यात्रीभार 17900 लाख यात्री है।
सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक बनेगा मेट्रो ट्रेक (jaipur metro route)

मेट्रो फेज टू की जुलाई 2020 में तैयार दिल्ली मेट्रो (DMRC) की ओर से डीपीआर हो गई थी। जिस पर फरवरी 2021 तक आपत्तियां मांगी गई थी। इसके बाद से इस डीपीआर को सरकार की मंजूरी का इंतजार है। रिवाइज्ड डीपीआर के तहत कुल 23.5 किलोमीटर की लम्बाई में सीतापुरा से अम्बाबाड़ी तक मेट्रो ट्रेक तैयार किया जाना है। 4602 करोड़ के इस फेज टू में 21 एलिवेटेड स्टेशन (jaipur metro station) होंगे।
जयपुर मेट्रो के बाद ऑपरेशनल मेट्रो

मेट्रोसंचालन प्रारम्भसंचालन किलोमीटरयात्रीभार
जयपुर3 जून 201511.9470 लाख
चेन्नई29 जून 201554.15420 लाख
कोच्ची17 जून 201525.6170 लाख
लखनऊ5 सितम्बर 201722.87220 लाख
हैदराबाद29 नवम्बर 2017671730 लाख
नोएडा25 जनवरी 201929.750 लाख
अहमदाबाद4 मार्च 20196.54 लाख
नागपुर8 मार्च,201926.1040 लाख
कानपुर28 दिसम्बर 20218.98
इनका कहना है
हाल ही में डीएमआरसी के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। जो उन्होंने डीपीआर दी है, उसमें यात्री भार को लेकर संशय है। उन्होंने दो लाख यात्री भार प्रतिदिन बताया है। फेज—01 में भी यात्री भार डीपीआर के अनुरूप नहीं आया। उसी पर काम करने के लिए कहा है। सरकार स्तर पर फेज—02 के निर्माण कार्य का निर्णय होना है।
– अजिताभ शर्मा, एमडी, जयपुर मेट्रो

jaipur metro official website (jaipur metro official website)

सार्वजनिक परिवहन में मेट्रो का विस्तार जरूरी है। इंटर मॉडल कनेक्टविटी का होना जरूरी है। साथ ही शहर का विस्तार हो रहा है, उसी के अनुरूप सार्वजनिक सुविधाओं में भी इजाफा करना होगा। सिटी बस सेवा से लेकर अन्य सार्वजनिक सुविधाओं पर फोकस करना होगा।
— एनसी माथुर, सेवानिवृत्त, निदेशक, जेडीए इंजीनियरिंग विंग

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