पशुपालकों की मानें तो पहले चारा 270 से 280 रुपए मण था, जो वर्तमान में 550 से 600 रुपए प्रति मण हो गया है। पशुआहार के तौर पर काकड़ा पहले 3200 रुपए क्विंटल था, लेकिन अब 4800 रुपए प्रति क्विंटल है। खल पहले 2400 प्रति क्विंटल थी। अब 4400 रुपए क्विंटल मिलती है। चूरी पहले 2000 रुपए प्रति क्विंटल मिलती थी, लेकिन अब 4000 से 4500 रुपए प्रति क्विंटल हो गई। पशु आहार पहले 1900 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल था। अब यह 2800 से 3000 रुपए क्विंटल हो रहा है।
पशुपालकों ने बताया कि महंगाई से पशुपालकों पर दोहरी मार पड़ गई है। एक तरफ कोरोना वायरस के दौरान हुए लॉक डाउन में डेयरियों में दूध नहीं जा रहा है। इससे घर-परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं पशुपालकों के सामने पशुओं का चारा व बांट के दुगने भाव हो गए। फिर भी चारा नहीं मिलने से ज्यादा संकट और बढ़ गया।