विधानसभा चुनाव 2018 से पूर्व कांग्रेस का दामन थामने वाले जिला प्रमुख मूलचंद मीणा (Moolchand Meena) के वापस भाजपा में जाने की अटकलें लगााई जा रही हैं, लेकिन मीणा ने इससे इनकार किया है। वहीं तीन दिन पूर्व मीणा के खिलाफ जिला परिषद के 25 भाजपा सदस्यों की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है। भाजपा के ही सदस्यों ने यह बात उजागर की है कि मीणा कुर्सी बचाने के लिए लगातार उनसे संपर्क कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान सीकर में आयोजित राहुल गांधी की रैली में मीणा कांग्रेस में शामिल हो गए थे। मीणा ने विधानसभा का टिकट भी मांगा था, लेकिन पार्टी ने लोकसभा का आश्वासन देकर मीणा को टिकट नहीं दिया।
35 किलोमीटर दूर ले गए सदस्यों को: अविश्वास प्रस्ताव ला रहे गुट ने भाजपा सदस्यों की बाड़ेबंदी कर ली है। सभी सदस्यों को शहर से 35 किमी दूर ठहराया गया है। – जिला प्रमुख ने भाजपा में शामिल होने की शर्त पर अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं करने का संदेश हमें भिजवाया है। लेकिन सदस्य इस शर्त के खिलाफ हैं। हम प्रस्ताव पारित कराएंगे, आगे पार्टी जो निर्णय लेगी, वह मान्य होगा।
शंकर नारोलिया, शिक्षा समिति चेयरमैन, जिला परिषद
शंकर नारोलिया, शिक्षा समिति चेयरमैन, जिला परिषद
– जिला प्रमुख की कुर्सी हाथ जा रही है, इसीलिए वे वापस भाजपा में आने के लिए सदस्यों से संपर्क साध रहे हैं। उनकी सदस्यों से लगातार बात चल रही है।
मोहनलाल शर्मा, उपजिला प्रमुख
मोहनलाल शर्मा, उपजिला प्रमुख
– पहले लहर के कारण भाजपा में शामिल हो गया। मैं कांग्रेसी हूं। भाजपा में वापसी का अभी ऐसा कोई विचार नहीं है।
मूलचंद मीणा, जिला प्रमुख
मूलचंद मीणा, जिला प्रमुख