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सौर ऊर्जा से एक भी गांव रोशन नहीं

locationबगरूPublished: Aug 08, 2018 11:22:29 pm

Submitted by:

Ramakant dadhich

वर्ष 2012 में 15 करोड़ की लागत से स्थापित किया था सोलर प्लांट

solar plant

सौर ऊर्जा से एक भी गांव रोशन नहीं

कैलाश ब्रह्मभट्ट
फागी. बिना जांच-पड़ताल किए अधिकारियों की सिफारिश से सरकार ने करोड़ों रुपए की राशि का निवेश तो कर दिया, लेकिन उसका वास्तविक लाभ आमजन को अब तक नहीं मिल पाया है। जानकारी अनुसार उपखंड क्षेत्र के गांवों को बिजली की रोशनी से जगमग करने के लिए अक्षय ऊर्जा विभाग की ओर से कस्बे के निकट करोड़ों रुपए की लागत से सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया गया था। लेकिन आवश्यकतानुरूप बिजली उत्पादन नहीं होने से ग्रामीण खर्च की गई सरकारी राशि के लाभ से वंचित हैंं। सूत्रों ने बताया कि ऊर्जा मंत्रालय की न्यू रिनुएबन एनर्जी योजना के तहत सरकार ने 25 मार्च 2012 को करीब 15 करोड़ की लागत से बिजली उत्पादन करने वाला जिले का सबसे बड़ा सोलर प्लांट फागी उपखंड मुख्यालय पर स्थापित किया था। जिसके संचालन की जिम्मेदारी एलएनटी कम्पनी को सौंपी गई है। इसके रखरखाव का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। सूत्रों की मानें तो इस प्रोजेक्ट से प्रतिदिन औसतन तीन से चार हजार यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है। जिसकी फागी जीएसएस के माध्यम से बिजली को डीसी से एसी में तब्दील करने के बाद आपूर्ति की जाती है।
छीजत बनी सिरदर्द
विभागीय सूत्रों ने बताया कि ऊर्जा मंत्रालय की ओर से प्रत्येक माह 39 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति होती है। लेकिन क्षेत्र में बिजली चोरी के कारण हो रही छीजत से 55 से 60 लाख यूनिट पहुंच जाती है। पांच साल में सौर ऊर्जा प्लांट से 58 लाख बिजली यूनिट का उत्पादन हुआ है। यह क्षेत्र की करीब एक माह की छीजत के बराबर है। विभाग के अधिकारियों की मानें तो उपखण्ड क्षेत्र में प्रत्येक दिन एक लाख तीस हजार यूनिट की छीजत होती है। वहीं सौर ऊर्जा के प्लांट से प्रतिदिन तीन से चार हजार यूनिट बिजली मिल रही है। सूत्रों ने बताया कि सौर ऊर्जा प्लांट से करीब सवा लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। जबकि उपखण्ड क्षेत्र में प्रतिदिन एक लाख तीस हजार यूनिट की छीजत होती है। नतीजन सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन ऊंट के मुंह में जीरे समान है।

प्लांट में बढ़ सकता है उत्पादन
प्रदेश सरकार ने फागी में 25 साल के लिए करीब 28 बीघा भूमि प्रोजेक्ट संचालन के लिए लीज पर ली है। यहां पर्याप्त भूमि होने के बावजूद सरकार सिर्फ एक मेगावाट का प्लांट लगा रखा है। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन के लिए 4368 सोलर प्लेट्स लगी हुई है। योजना को वृहद रूप देने के लिए अभी काफी भूमि खाली पड़ी है।
छह साल के उत्पादन के आंकड़े
वर्ष यूनिट उत्पादन (लाख में)
2012 14584033
2013 148188
2014 1597891.2
2015 1526984.7
2016 146 57576.15
2017 157430

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