जानकारी के मुताबिक पुलिस कमिश्नरेट के बगरू इलाके में स्कूल को बाहरी प्रांत के मजदूरों को ठहरने के लिए आश्रय स्थल बनाया गया है। आज सुबह जब मजदूरों को यहां लाया गया तो मजदूर यह कहते हुए पुलिस पर भड़क गए कि ना तो उन्हें समय पर भोजन मिल रहा है और ना ही उन्हें उनके राज्य की सीमाओं तक छुड़वाया जा रहा है।
यहां आए मजदूर लोग भड़क उठे और उपस्थित पुलिस प्रशासन को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि उनको पूरी सुविधाएं देने की कहकर रोका गया है लेकिन उनको आज ही खाना देने में ही देरी कर दी तो इतने दिन वह यहां कैसे रह पाएंगे। मजदूर महिलाओं ने कपड़े बदलने के लिए कपड़े देने की मांग भी की। हालांकि करीब सवा बजे प्रशासन की ओर से खाना पहुंच गया था। वहीं चिकित्सा प्रशासन ने इनकी जांच भी की लेकिन चिकित्सा प्रशासन के पास तापमान नापने की कोई व्यवस्था नहीं है । उधर, कस्बेवासियों ने कस्बे में आबादी क्षेत्र स्थित स्कूल में इनकी व्यवस्था करने पर गलत बताते हुए कहा कि जब क्षेत्र से अलग सेंटर बनाए गए हैं तो इन्हें वहीं भेजना चाहिए।