मिलान नहीं किया
सूत्रों के अनुसार ठेकेदार ने कार्य आदेश मिलने के बाद वार्ड-4 में शहीद बाबा के स्थान से चक्की (गरेड़ों की ढाणी मोड़) तक चार इंच मोटी पाइप लाइन बिछा दी। इसमें लाखों रुपए की लागत आई, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों एवं कार्मिकों की अनदेखी का नतीजा रहा कि इस पाइप लाइन का मिलान न तो बोरिंग से किया गया और न ही उच्च जलाशय से किया गया, जिसके चलते अब तक पाइप लाइन बिछाने का मकसद पूरा नहीं हो गया। पाइप लाइन मिट्टी में यूं ही दबी पड़ी है। इसके बावजूद ठेकेदार को पाइप लाइन बिछाने का भुगतान कर दिया गया।
पाइप लाइन कार्य अधूरा छोड़ा
आश्चर्य की बात ये है कि सवा साल पहले बिछाई गई पाइप लाइन को तो चालू नहीं किया। बल्कि एक और नई पाइप लाइन दो महीने पहले अहीरों की ढाणी से गरेड़ों की ढाणी तक बिछा दी, लेकिन इसका भी मिलान नहीं किया गया। इसके मिलान के लिए करीब 15-20 पाइपों की और जरूरत थी, लेकिन ठेकेदार ने इसे पूरा नहीं किया। वार्ड में दो-दो बार पाइप लाइन बिछाने के बाद पाइप लाइन का मिलान नहीं करने से गरेड़ों की ढाणी की पेयजल समस्या दूर नहीं हो पा रही है। हालांकि अहीरों की ढाणी की समस्या काफी हद तक दूर हो गई है।