कोटपूतली (
Nutritional) . बच्चों व गर्भवती महिलाओं में कुपोषण का कारण पोषाहार (
Nutritional) में कमी और पोस्टिक भोजन में अरुचि को माना जा सकता है। इसके लिए सरकार ने कुपोषण से निपटने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को उनकी रुचि के अनुसार पौष्टिक आहार देने के लिए पोषाहार (
Nutritional) में बदलाव करने की तैयारी की है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर गुड़ चने की जगह सर्दी में तिल और बेसन के लड्डू दिए जाएंगे। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पोषाहार (
Nutritional) मेंं गुड़ चना खिचड़ी आदि दिया जाता है। इस वजह से पोषाहार खाने में इनकी रुचि लगातार कम हो रही है।
यह होगा पोषाहार का नया मेन्यू
पोषाहार (
Nutritional) के नए मैन्यू के नाश्ते में अंकुरित चीजें, दूध केला, गरम खाने में रोटी सब्जी दाल खिलाई जाएगी। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हर दिन नए तरह का खाना दिया जाएगा। पंजरी की जगह अनाज दलिया दाल व सर्दी के मौसम में तिल व बेसन के लड्डू व मूंगफली के साथ गुड़ की चक्की दी जाएगी। लेखाकार राजेन्द्र कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र के 197 केन्द्रों पर 0 से 3 वर्ष तक की आयु के 3077 बालक बालिकाएं पंजीकृत है।
पुराने मेन्यू से हो रहा मोह भंग
बच्चों का गर्भवती महिलाओं में दलिया खिचड़ी पंजरी आदि से मोह हटता जा रहा है। बालक इनकों खाने में रूचि नहीं ले रहे है। इससे कुपोषण की स्थिति सामने आ रही है। इसके चलते सरकार ने केंद्रों पर दिए जाने वाले पोषाहार (
Nutritional) में बदलाव किया है।
फैक्ट फाइल
197 कुल केन्द्र
1502 तीन वर्ष तक के पंजीकृत बालक
1575 तीन वर्ष तक के पंजीकृत बालिकाएं
1110 छह वर्ष तक के पंजीकृत बालक
1109 छह वर्ष तक के पंजीकृत बालिकाएं
2237 गर्भवती महिलाएं