जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री में शनिवार रात करीब 12 बजे राजेन्द्र सिंह (45) केबल बनाने की मशीन पर अपने साथी प्रदीप कुमार मंडल के साथ काम कर रहा था। इसी दौरान करंट लगने से राजेन्द्र गंभीर रूप से झुलस गया। इस पर प्रदीप ने फैक्ट्री मालिक बबलू सिंह को फोन पर घटना की जानकारी दी और घायल को बिंदायका के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से चिकित्सकों ने उसे सवाईमानङ्क्षसह अस्पताल रैफर कर दिया। एसएमएस ले जाने के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बिंदायका पुलिस चौकी प्रभारी एसआई महीराम विश्नोई ने बताया कि मृतक मूलत: लाडनूं, मगरा बास का रहने वाला था और यहां सिंवार मोड़ के विजय नगर में किराए के मकान में रहता था और केबल फैक्ट्री में काम कर परिवार का गुजारा कर रहा था। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए सवाईमानसिंह अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम होगा।
घर में मचा कोहराम, सुनते ही दौड़ पड़े सब
हादसे की खबर जैसे ही मृतक के परिजनों को गांव में दी तो घर में तो कोहराम मच गया। गांव से उसके परिजन जयपुर के लिए रवाना हो गए। वहीं फैक्ट्री में भी दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। मजदूरों ने जल्द मुआवजा देने की मांग की है ताकि उसके परिवार का जीवन यापन हो सके। मृतक परिवार में अकेला ही कमाने वाला था। उसके एक बेटा व तीन बेटियां हं।