जयपुर जिले से सत्र 2021—22 के तहत 723 विद्यार्थियों का चयन मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में हुआ है। इनके अलावा अल्पसंख्यक विद्यार्थी भी हैं। कोचिंग में पढ़ाई के अलावा कुछ बाहरी छात्रों के ठहरने का खर्चा भी राज्य सरकार वहन करेगी। इन विद्यार्थियों को प्रख्यात निजी कोचिंग संस्थानों में कोचिंग दी जाएगी। जिसका पूरा खर्चा सरकार देगी। इसमें सभी वर्गों के विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत इंजीनियरिंग व मेडिकल की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की संख्या सर्वाधिक 311 है। वहीं सर्वाधिक कम संख्या 14 सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की है।
सभी वर्गों को मौका
इस योजना के त हत राज्य सरकार ने सामान्य, ईडब्ल्यूएस, एमबीसी, ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग के विद्यार्थियों को कोचिंग के लिए शामिल किया है। 55 से 96 फीसदी तक के विद्यार्थी
इस योजना के तहत 12वीं बोर्ड व स्नातक स्तर के अंकों को शामिल किया गया है। शैक्षणिक योग्यता के तहत 55 फीसदी से 96 प्रतिशत तक के विद्यार्थियों को कोचिंग का मौका मिलेगा।
इस योजना के त हत राज्य सरकार ने सामान्य, ईडब्ल्यूएस, एमबीसी, ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग के विद्यार्थियों को कोचिंग के लिए शामिल किया है। 55 से 96 फीसदी तक के विद्यार्थी
इस योजना के तहत 12वीं बोर्ड व स्नातक स्तर के अंकों को शामिल किया गया है। शैक्षणिक योग्यता के तहत 55 फीसदी से 96 प्रतिशत तक के विद्यार्थियों को कोचिंग का मौका मिलेगा।
कोचिंग लेने वाले विद्यार्थी...
क्लेट : 42
कांस्टेबल भर्ती : 62
इंजीनियरिंग—मेडिकल : 311
रीट : 103
आएएस—सबोर्डिनेट सर्विसेज : 36
सब इंस्पेक्टर : 61
पटवारी व अन्य : 94
सिविल सर्विसेज : 14
कुल : 723 इनका कहना है...
प्रदेश में कुल 8300 विद्यार्थियों का इस योजना के तहत नि:शुल्क कोचिंग के लिए चयन किया गया है। कुछ कोचिंग में पढ़ाई शुरू हो गई, जबकि कहीं बैच नहीं बनने के कारण पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। इन्हें प्रतिष्ठित कोचिंग में पढ़ने का मौका मिलेगा।
— मनोज कुमार आर्य, सहायक निदेशक (शिक्षा) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
क्लेट : 42
कांस्टेबल भर्ती : 62
इंजीनियरिंग—मेडिकल : 311
रीट : 103
आएएस—सबोर्डिनेट सर्विसेज : 36
सब इंस्पेक्टर : 61
पटवारी व अन्य : 94
सिविल सर्विसेज : 14
कुल : 723 इनका कहना है...
प्रदेश में कुल 8300 विद्यार्थियों का इस योजना के तहत नि:शुल्क कोचिंग के लिए चयन किया गया है। कुछ कोचिंग में पढ़ाई शुरू हो गई, जबकि कहीं बैच नहीं बनने के कारण पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। इन्हें प्रतिष्ठित कोचिंग में पढ़ने का मौका मिलेगा।
— मनोज कुमार आर्य, सहायक निदेशक (शिक्षा) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग