धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों व ग्रामीणों को सरपंच मूलचंद रैगर ने मंगलवार को होने वाली पंचायत कोरम की पाक्षिक बैठक में प्रस्ताव लेकर किशनपुरा राजस्व गांव से हटाकर वापस हरसोली राजस्व गांव में जोडऩे का आश्वासन देने पर धरना समाप्त किया गया।
कमेटी गठित
मामले को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मांग को लेकर उच्च अधिकारियों से मिलने को लेकर कमेठी गठित की। जिसमें जवाहरलाल, श्रवण मुराड, सीताराम सोलंग्या, बजरंग फौजी, मुकेश यादव, शंकर यादव, भवानी रैबारी, भगवानसिंह, शिवलाल यादव, पुरूषोत्तम यादव, प्रहलाद यादव व विक्की खातोदिया आदि को शामिल किया गया।
कल जिला कलक्टर से मिलकर सौंपेगे ज्ञापन
किशनपुरा राजस्व ग्राम से हटाकर वापस हरसोली राजस्व गांव में रखने की मांग को लेकर बुधवार को जयपुर जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव से मिलकर कमेटी सदस्य व गणमान्य लोग ज्ञापन सौंपेंगे।
इस संबंध में हरसोली हल्का पटवारी सांवरमल चौधरी का कहना है कि उन्हें हरसोली पंचायत में लगे हुए अभी छह माह ही हुए हंै। इससे पूर्व में ही वर्ष 2016-17 में लगे लोक अदालत शिविर में पंचायत द्वारा प्रस्ताव बनाकर दिया गया था। तत्कालीन जयपुर जिला कलक्टर द्वारा किशनपुरा को राजस्व गांव घोषित करने का आदेश आने पर तत्कालीन पटवारी द्वारा कागजी कार्यवाही पूर्ण कर भेजी गई थी। धरने में मुझे बुलाने पर जाकर आया हूं। अब तो हरसोली पंचायत द्वारा किशनपुरा राजस्व गांव को निरस्त करने का प्रस्ताव बनाकर जयपुर जिला कलक्टर को भेजने पर ही कार्यवाही हो सकेगी। नया राजस्व गांव किशनपुरा पोर्टल पर दिखाई नहीं दे रहा है। वहीं सरपंच मूलचंद रैगर से दूरभाष पर बात करनी चाही तो मोबाइल बंद मिला।