scriptदो दर्जन ढाणियों के लोगों को बिना बताए बदल दिया राजस्व गांव | Revenue Village changed the people without inform | Patrika News

दो दर्जन ढाणियों के लोगों को बिना बताए बदल दिया राजस्व गांव

locationबगरूPublished: Mar 05, 2019 12:07:40 am

Submitted by:

Ramakant dadhich

– जमाबंदी की नकल लेने गए तो सामने आई जानकारी- हरसौली से हटाकर किशनपुरा में जोड़ा तो ग्रामीणों ने किया विरोध- लोगों ने सड़क पर लगाया जाम, किया प्रदर्शन

villagers

दो दर्जन ढाणियों के लोगों को बिना बताए बदल दिया राजस्व गांव

करणसर. समीपवर्ती हरसोली पंचायत की कुछ ढाणियों के ग्रामीणों ने सोमवार को हरसोली राजस्व गांव से हटाकर किशनपुरा को नया राजस्व गांव बनाकर उसमें जोडऩे के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। स्थानीय विक्की खातोदिया व पूर्व वार्डपंच रामेश्वरलाल ओला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पंचायत मुख्यालय पर एकत्र होकर रेनवाल-करणसर मार्ग जामकर नारेबाजी की। आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप था कि हरसोली पंचायत के झाड़ वाले बाबा से लेकर खांकरी तलाई व डूंगरीवाला चरागाह सहित करीब दो दर्जन से अधिक ढाणियों को राजस्व विभाग व पंचायत प्रशासन ने ग्रामवासियों को बिना सूचना दिए व नोटिस चस्पा किए बिना ही नया बनाए राजस्व गांव किशनपुरा में शामिल कर दिया। जानकारी अनुसार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रत्येक किसान को मिल रहे प्रति वर्ष छह हजार रुपए को लेकर ऑनलाइन आवेदन करने पर हरसोली राजस्व गांव की दो दर्जन से अधिक ढाणियों के किसानों को जमाबंदी नहीं मिलने पर किसान आश्चर्यचकित रह गए। किसानों ने जानकारी की तो इनकी जमाबंदी हरसोली राजस्व गांव में नहीं होकर नए बनाए राजस्व गांव किशनपुरा में मिली। इस पर किसान आक्रोशित हो गए और धरना-प्रदर्शन कर उन्हें हरसोली राजस्व गांव में रखने की मांग की।
हरसोली पंचायत भवन पर कोई नही पहुंचने पर आक्रोशित किसान हरसोली गांव के आम चौक स्थित चबूतरे पर एकत्रित होकर धरने पर बैठ गए। सूचना पर सरपंच मूलचंद रैगर ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की। लेकिन आक्रोशित किसानो ने पंचायत प्रशासन व राजस्व विभाग द्वारा ग्रामीणों को बिना सूचित दिए किशनपुरा को नया राजस्व गांव बनाने व उसमें हरसोली गांव की सीमा से सटे दो दर्जन से अधिक ढाणियों के लोगों को जोडऩे का आरोप लगाते हुए सरपंच को खरी खोटी सुनाई तथा उन्हें फिर से हरसोली राजस्व गांव में ही जोडऩे की मांग रखी। सरपंच के मांगें मानकर उच्चाधिकारियों से मिलने का आश्वासन देने के बाद मामला शांत हुआ। करीब तीन घण्टे बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।
पंचायत बैठक में आज प्रस्ताव लेने का दिया आश्वासन
धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों व ग्रामीणों को सरपंच मूलचंद रैगर ने मंगलवार को होने वाली पंचायत कोरम की पाक्षिक बैठक में प्रस्ताव लेकर किशनपुरा राजस्व गांव से हटाकर वापस हरसोली राजस्व गांव में जोडऩे का आश्वासन देने पर धरना समाप्त किया गया।

कमेटी गठित
मामले को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मांग को लेकर उच्च अधिकारियों से मिलने को लेकर कमेठी गठित की। जिसमें जवाहरलाल, श्रवण मुराड, सीताराम सोलंग्या, बजरंग फौजी, मुकेश यादव, शंकर यादव, भवानी रैबारी, भगवानसिंह, शिवलाल यादव, पुरूषोत्तम यादव, प्रहलाद यादव व विक्की खातोदिया आदि को शामिल किया गया।

कल जिला कलक्टर से मिलकर सौंपेगे ज्ञापन
किशनपुरा राजस्व ग्राम से हटाकर वापस हरसोली राजस्व गांव में रखने की मांग को लेकर बुधवार को जयपुर जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव से मिलकर कमेटी सदस्य व गणमान्य लोग ज्ञापन सौंपेंगे।
पटवारी को नहीं जानकारी
इस संबंध में हरसोली हल्का पटवारी सांवरमल चौधरी का कहना है कि उन्हें हरसोली पंचायत में लगे हुए अभी छह माह ही हुए हंै। इससे पूर्व में ही वर्ष 2016-17 में लगे लोक अदालत शिविर में पंचायत द्वारा प्रस्ताव बनाकर दिया गया था। तत्कालीन जयपुर जिला कलक्टर द्वारा किशनपुरा को राजस्व गांव घोषित करने का आदेश आने पर तत्कालीन पटवारी द्वारा कागजी कार्यवाही पूर्ण कर भेजी गई थी। धरने में मुझे बुलाने पर जाकर आया हूं। अब तो हरसोली पंचायत द्वारा किशनपुरा राजस्व गांव को निरस्त करने का प्रस्ताव बनाकर जयपुर जिला कलक्टर को भेजने पर ही कार्यवाही हो सकेगी। नया राजस्व गांव किशनपुरा पोर्टल पर दिखाई नहीं दे रहा है। वहीं सरपंच मूलचंद रैगर से दूरभाष पर बात करनी चाही तो मोबाइल बंद मिला।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो