दोस्तों के साथ नावां जा रहे थे
एएसआई गांधीलाल यादव ने बताया कि दर्शन सिंह, घायल राजेश व अमनदीप सिंह नांवा स्थित विवेक सिंह के घर लोकेन्द्र सिंह के साथ उसकी कार से जा रहे थे कि कालवाड़ से पहले ही हादसा हो गया और दो जनों की जान चल गई। दुर्घटना में मौत का शिकार बने विवेक यादव व दर्शन सिंह दोनों ही अपने माता-पिता के बड़े बेटे थे और घर की जिम्मेदारी उन पर ही थी।
एएसआई गांधीलाल यादव ने बताया कि दर्शन सिंह, घायल राजेश व अमनदीप सिंह नांवा स्थित विवेक सिंह के घर लोकेन्द्र सिंह के साथ उसकी कार से जा रहे थे कि कालवाड़ से पहले ही हादसा हो गया और दो जनों की जान चल गई। दुर्घटना में मौत का शिकार बने विवेक यादव व दर्शन सिंह दोनों ही अपने माता-पिता के बड़े बेटे थे और घर की जिम्मेदारी उन पर ही थी।
परीक्षा बनी मौत का कारण
हनुमानगढ के पक्का सारणा निवासी महेन्द्र सिंह ने बताया कि उसका बेटा दर्शनसिंह गांव में मेडिकल चलाता था और रविवार को उसके साथी राकेश की जयपुर में परीक्षा थी, इसलिए उसको परीक्षा दिलवाने लाया था। वे यहां अपने गांव के ही अमनदीप के यहां ठहरे थे। किसी को पता नहीं था कि अपने साथी को परीक्षा दिलवाने आया दर्शन सिंह नियति के क्रूर हाथों में समा जाएगा। वहीं विवेक यादव जयपुर के एक होटल में काम करता था। गौरतलब है कि दुर्घटना में मृतक व घायल दोस्त थे जो एक ही कार से नावां जा रहे थे।
हनुमानगढ के पक्का सारणा निवासी महेन्द्र सिंह ने बताया कि उसका बेटा दर्शनसिंह गांव में मेडिकल चलाता था और रविवार को उसके साथी राकेश की जयपुर में परीक्षा थी, इसलिए उसको परीक्षा दिलवाने लाया था। वे यहां अपने गांव के ही अमनदीप के यहां ठहरे थे। किसी को पता नहीं था कि अपने साथी को परीक्षा दिलवाने आया दर्शन सिंह नियति के क्रूर हाथों में समा जाएगा। वहीं विवेक यादव जयपुर के एक होटल में काम करता था। गौरतलब है कि दुर्घटना में मृतक व घायल दोस्त थे जो एक ही कार से नावां जा रहे थे।
कार व सडक़ पर फैला खून
दुर्घटना के बाद मांचवा-हाथोज के बीच बस स्टैंड के पास मृतक के शरीर से निकले खून से सडक़ सन गई और कार में भी खून फैल गया। कार के क्षतिग्रस्त हिस्से को देखकर तो ऐसा लगा कि इसमें सवार शायद सभी पांचों जनों की मौत हो गई हो, लेकिन तीन जने बाल-बाल बच गए। पुलिस द्वारा विवेक व दर्शन सिंह की हादसे में मौत होने की सूचना हनुमानगढ़ व नांवा दी गई तो परिजन बिलखते हुए थाने पहुंचे और वहां पहुंचते ही बेसुध हो गए। मृतक विवेक के ताऊ दुर्गाप्रसाद व दर्शनसिंह के पिता महेन्द्रसिंह व उसके ससुर को अन्य परिजनों ने संभाला।
दुर्घटना के बाद मांचवा-हाथोज के बीच बस स्टैंड के पास मृतक के शरीर से निकले खून से सडक़ सन गई और कार में भी खून फैल गया। कार के क्षतिग्रस्त हिस्से को देखकर तो ऐसा लगा कि इसमें सवार शायद सभी पांचों जनों की मौत हो गई हो, लेकिन तीन जने बाल-बाल बच गए। पुलिस द्वारा विवेक व दर्शन सिंह की हादसे में मौत होने की सूचना हनुमानगढ़ व नांवा दी गई तो परिजन बिलखते हुए थाने पहुंचे और वहां पहुंचते ही बेसुध हो गए। मृतक विवेक के ताऊ दुर्गाप्रसाद व दर्शनसिंह के पिता महेन्द्रसिंह व उसके ससुर को अन्य परिजनों ने संभाला।
कार पलटी, बड़ा हादसा टला
नरैना. नरैना-रूपनगढ़ स्टेट हाइवे पर सोमवार सुबह करीब 8 बजे तेज गति से जा रही कार गड्ढे में जाकर पलट गई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि हाइवे पर घुमाव पर स्पीड बे्रकर व संकेतांक नहीं होने के कारण यहां लगातार हादसे हो रहे हैं। थानाप्रभारी दिलीपसिंह ने बताया कि थाने में किसी प्रकार से कोई मामला दर्ज नहीं हुआ।