करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट, शाही ट्रेन जैसी लग्जरी
सांभर में पर्यटन विकास के लिए यह करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट है। इसके लिए करीब दस करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। जिसमें एक करोड़ रुपए ट्रेक को दुरुस्त करने तथा करीब पांच करोड़ के चार कोच खरीदे गए हैं। वहीं इसके लिए एक स्टेशन व प्लेटफार्म भी बनाया गया है। पर्यटकों को घुमाने के लिए मंगवाई गई ट्रेन पैलेस ऑन व्हील जैसी सुविधाओं से सुसज्ज्ति है। जिसमें पर्यटकों को काफी सुविधाएं मिलेगी। इसमें शाही सोफे व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
सांभर में पर्यटन विकास के लिए यह करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट है। इसके लिए करीब दस करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। जिसमें एक करोड़ रुपए ट्रेक को दुरुस्त करने तथा करीब पांच करोड़ के चार कोच खरीदे गए हैं। वहीं इसके लिए एक स्टेशन व प्लेटफार्म भी बनाया गया है। पर्यटकों को घुमाने के लिए मंगवाई गई ट्रेन पैलेस ऑन व्हील जैसी सुविधाओं से सुसज्ज्ति है। जिसमें पर्यटकों को काफी सुविधाएं मिलेगी। इसमें शाही सोफे व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
सांभर से झपोक के बीच चलेगी ट्रेन सांभर में वाईट गेट पर इस ट्रेन का स्टेशन बनाया गया है। जहां से यात्री व पर्यटक इसमें चढ़ेंगे और सांभर साल्ट के पावर हाउस के पास से होते हुए नमक की क्यारियों का भ्रमण कराते हुए ट्रेन झपोक ग्राम तक जाएगी।
पर्यटन बढऩे की उम्मीद
इस ट्रेन के चलने के बाद सांभर में पर्यटन बढऩे की उम्मीद जगेगी। अधिकारियों ने दावा किया कि यह राजस्थान ही नहीं देश की एक मात्र ऐसी ट्रेन होगी जिसमें बैठकर पर्यटक नमक की क्यारियों को बिलकुल नजदीक से देख पाएंगे। ऐसे मे यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक आने की उम्मीद है। सांभर देश का एक अनोखा साल्ट ट्यूरिज्म है। इसके अलावा देश में कहीं भी साल्ट ट्यूरिज्म को बढ़ावा नहीं दिया गया है।
इस ट्रेन के चलने के बाद सांभर में पर्यटन बढऩे की उम्मीद जगेगी। अधिकारियों ने दावा किया कि यह राजस्थान ही नहीं देश की एक मात्र ऐसी ट्रेन होगी जिसमें बैठकर पर्यटक नमक की क्यारियों को बिलकुल नजदीक से देख पाएंगे। ऐसे मे यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक आने की उम्मीद है। सांभर देश का एक अनोखा साल्ट ट्यूरिज्म है। इसके अलावा देश में कहीं भी साल्ट ट्यूरिज्म को बढ़ावा नहीं दिया गया है।
धरी रह गई थी तैयारियां, अब सीएम से उम्मीद जानकरी अनुसार अक्टूबर-2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री इस ट्रेन का उद्घाटन करने के लिए सांभर आने वाली थी। जिसके लिए अधिकारियों ने इसे सजा कर तैयारी भी पूरी कर ली थी, लेकिन तभी चुनाव आयोग ने राज्य में चुनाव की घोषणा कर दी और राज्य में चुनाव आचार संहिता लग गई, जिससे उद्घाटन की तैयारियां धरी रह गई। अब लोगों को उम्मीद है कि सांभर में इस टे्रन का लोकार्पण राज्य के नए मुखिया करेंगे।
टूट रही जालियांं
किसी के ध्यान नहीं देने के कारण उद््घाटन से पूर्व ही पर्यटक स्टेशन पर लगी जालियों को समाजकंटकों द्वारा तोड़ा जा रहा है। इनका कहना है… – योजना को लेकर शीघ्र ही अधिकारियों की एक बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें निर्धारित किया जाएगा तथा जो कार्य जिस विभाग को संभलवाना है उसको दे दिया जाएगा। जिससे कार्य सुचारू रूप से हो सके।
जितेन्द्र जोशी, सहायक अभियंता
किसी के ध्यान नहीं देने के कारण उद््घाटन से पूर्व ही पर्यटक स्टेशन पर लगी जालियों को समाजकंटकों द्वारा तोड़ा जा रहा है। इनका कहना है… – योजना को लेकर शीघ्र ही अधिकारियों की एक बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें निर्धारित किया जाएगा तथा जो कार्य जिस विभाग को संभलवाना है उसको दे दिया जाएगा। जिससे कार्य सुचारू रूप से हो सके।
जितेन्द्र जोशी, सहायक अभियंता
पर्यटन विभाग, जयपुर