दरारों व पट्टियों के टूटने के कारणों का नहीं चला पता
प्रधानाचार्य कैलाश आर्य ने बताया कि 3 दिन पूर्व तक विद्यालय के सभी कक्षा कक्ष एकदम दुरुस्त और सुरक्षित थे, लेकिन शनिवार रात के बाद में दरारें व पट्टियां टूटी मिली। यह कैसे हुआ हम लोग अचंभित हैं। इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन चर्चा यह भी है कि तीन-चार दिन पूर्व भूकंप के हल्के झटकों से भी ऐसा हो सकता है लेकिन इस गांव में विद्यालय के अलावा और कहीं भी किसी भवन में ऐसा नहीं हुआ।
प्रधानाचार्य कैलाश आर्य ने बताया कि 3 दिन पूर्व तक विद्यालय के सभी कक्षा कक्ष एकदम दुरुस्त और सुरक्षित थे, लेकिन शनिवार रात के बाद में दरारें व पट्टियां टूटी मिली। यह कैसे हुआ हम लोग अचंभित हैं। इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन चर्चा यह भी है कि तीन-चार दिन पूर्व भूकंप के हल्के झटकों से भी ऐसा हो सकता है लेकिन इस गांव में विद्यालय के अलावा और कहीं भी किसी भवन में ऐसा नहीं हुआ।