दो माह से सोनोग्राफी मशीन बंद
बगरूPublished: Aug 22, 2018 11:17:39 pm
राजकीय चिकित्सालय चौमूं का मामला, मशीन व मरीजों को इंजीनियर का इंतजार
दो माह से सोनोग्राफी मशीन बंद
चौमूं. शहर के राजकीय चिकित्सालय में लगी सोनोग्राफी मशीन को दो माह से इंजीनियर का इंतजार है। जिम्मेदारों की लेट-लतीफी रोगियों की सेहत पर भारी पड़ रही है। लापरवाही के चलते मशीन दुरुस्त नहीं हो पा रही। चिकित्सालय प्रशासन मशीन दुरुस्त नहीं होने में निजी कंपनी के इंजीनियरों को जिम्मेदार बता रहा है।
जानकारी के मुताबिक राजकीय चिकित्सालय में सरकार ने करीब दो साल पहले सोनोग्राफी मशीन शुरू करवाई थी। चिकित्सा विभाग के आदेश पर जयपुर के कांवटिया चिकित्सालय से विशेषज्ञ चिकित्सक प्रत्येक सप्ताह में सोमवार व गुरुवार को चौमूं आते थे, जो सोनोग्राफी जांच करते थे, लेकिन सरकार ने करीब चार महीने पहले सोनोलॉजिस्ट के रूप में सीमा चौधरी को नियुक्त कर दिया। इसके बाद रविवार को छोड़कर छह दिन सोनोग्राफी जांच की सुविधा शुरू हो गई। दो महीने तो सबकुछ ठीक-ठाक चला फिर मशीन में तकनीकी खराब आ गई। इसके बाद से सोनोग्राफी मशीन कमरे में धूल फांक रही है। लोगों की इस परेशानी से ना जनप्रतिनिधियों को कोई सरोकार है और ना ही चिकित्सा अधिकारियों को।
रोगियों की बढ़ी मुश्किलें
चिकित्सालय में चिकित्सक गर्भवती महिलाओं के अलावा मरीजों को जरूरत के हिसाब से सोनोग्राफी जांच लिख रहे हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से सम्पन्न रोगी तो शहर के निजी जांच केन्द्रों में सोनोग्राफी करवा लेते हैं, लेकिन बीपीएल व वरिष्ठ नागरिकों को जांच करवाने में समस्या आ रही है। वहीं गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी के लिए या तो जयपुर के जनाना एवं महिला चिकित्सालयों में धक्के खाने पड़ रहे हैं। इसी के चलते निजी जांच लैब संचालक चांदी कूट रहे हैं। चिकित्सालय में प्रतिदिन 24 से 40 लोगों की सोनोग्राफी जांच रोज कराई जाती है।
पत्रिका उठा चुका मामला
राजस्थान पत्रिका में 22 जुलाई को पीड़ा में भी मिल रही ‘पीड़ा शीर्षक समाचार प्रकाशित करके समस्या को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद चिकित्सालय प्रशासन हरकत में आया। 30 जुलाई को मशीनों की मरम्मत करने वाली निजी कम्पनी में शिकायत की, जिस पर 3-4 अगस्त के पहले सप्ताह में इंजीनियर आए तो उनको प्रोप नाम का पार्ट खराब मिला। इसके बाद 10-11 अगस्त को फिर इंजीनियर आए और नए प्रोप नाम के पार्ट को मशीन में लगाया गया, लेकिन पार्ट सैट नहीं हुआ। इसके बाद इंजीनियर खराब हुए पार्ट को ही सही करवाकर लाने की कहकर गए थे, लेकिन अब तक नहीं लौटे।