scriptफिर आई बरखा बहार, जलोई खाल्डा बांध हुआ लबालब | Then came Barkha Bahar, Jaloi Khalda tied up | Patrika News

फिर आई बरखा बहार, जलोई खाल्डा बांध हुआ लबालब

locationबगरूPublished: Sep 24, 2019 12:20:40 am

Submitted by:

Narottam Sharma

Cloudy clouds in Jaipur district on Monday :- जयपुर जिले में सोमवार को भी मेघ मेहरबान रहे। कालवाड़ क्षेत्र के पूनाना सहित आस पास के गांवों में सोमवार दोपहर एक बार फिर मौसम परिवर्तन के साथ बादलों की घनघौर घटाएं छा गई और अंधड़ के साथ कहीं तेज तो कुछ जगहों पर हलकी बारिश Fast with rain and light rain at some places हुई। बारिश से अब बाजरे की पकी पकाई फसल को नुकसान पहुंचने से किसान चिंतित हैं।

फिर आई बरखा बहार, जलोई खाल्डा बांध हुआ लबालब

कालवाड़ के पास जलोई खाल्डा बांध में भरा पानी।

जयपुर. कालवाड़. प्रदेश में इस बार मानसून की मेहरबानी के चलते पिछले दिनों दो तीन बार हुई अच्छी बारिश के चलते कालवाड़ के पास महेशवास कलां ग्राम पंचायत का जलोई खाल्डा बांध में पानी की आवक होने से लोगों में खुशी है। स्थानीय निवासी भैंरुराम खटाणा, प्रभु भूमला व सरपंच प्रतिनिधि शंभूदयाल मीणा ने बताया कि इस बार क्षेत्र में मानसून की बारिश से औसत से आधी भी नहीं हुई, लेकिन गत दिनों हुई बारिश से बांध में पानी आ गया। बांध में पानी आने से यहां विचरण करने वाले पशु, पक्षी अपनी प्यास बुझा सकेंगे, वहीं यह वन्य जीवों का भी हलक गीला करेगा। जलोई खाल्डा बांध में पानी भरने से अब यह रमणिक दिखाई देने लगा है। गौरतलब है इस बांध में अमृतम् जलम् अभियान के तहत भी बारिश से पूर्व खुदाई व सफाई की गई थी।
अंधड़ के साथ आधा घंटे बारिश

कालवाड़ क्षेत्र के पूनाना सहित आस पास के गांवों में सोमवार दोपहर एक बार फिर मौसम परिवर्तन के साथ बादलों की घनघौर घटाएं छा गई और अंधड़ के साथ कहीं तेज तो कुछ जगहों पर हलकी बारिश हुई। बारिश से अब बाजरे की पकी पकाई फसल को नुकसान पहुंचने से किसान चिन्ता में है। वहीं बारिश से लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिली।
बूंदाबांदी से मौसम सुहाना
करणसर. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में सोमवार को बूंदाबांदी के रूप में बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया। फसल कटाई में जुटे किसानों के चेहरों पर नुकसान होने के अंदेशे को देखते हुए चिंता की लकीरे देखने को मिली।
इधर, बारिश से सड़कें हुई छलनी, आमजन का चलना हुुआ दूभर

दूदू. क्षेत्र में हुई लगातार बारिश के चलते सड़कें भी छलनी होकर हो गइ है। हालात ये है कि इन क्षतिग्रस्त सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो जाने से आमजन को भारी परेशानी हो रही है। ऐसा ही कुछ सेवा से कल्यापुरा तक चार किलोमीटर सड़क मार्ग का हाल हो गया है। हाल ही मात्र एक साले पहले मुख्यमंत्री सड़क योजना में राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित पेचेबल योजना में 49.90 लाख रुपए की राशि खर्च कर सड़क पर डामरीकरण का कार्य करवाया गया था। मगर बारिश के दौरान मात्र चार किलोमीटर की सड़क पर इतने जख्म हो गए हैं कि वाहन चालकों के साथ ही राहगीरों का पैदल चलना भी दूभर सा हो गया है। जबकि इस सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की अवधि तीन वर्ष है, मगर घटिया सामग्री के चलते एक वर्ष में ही सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
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