बूज-मानोता (Attack of jarakh). धूलारावजी क्षेत्रीय वन कार्यालय अधीनस्थ खरकड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय के ग्राम खराना में शुक्रवार को अचानक एक जरख ने एक महिला सहित तीन जनों पर हमला (Attack of jarakh) कर दिया। जिससे घायल तीन जनों (
Three people injured) को लोगों ने जमवारामगढ़ सीएचसी लेकर गए जहां से चिकित्सकों ने जयपुर एसएमएस के लिए रैफर कर दिया।
जानकारी अनुसार खराना गांव में पिछले दो दिन से जरख का आतंक है। जरख ने दो दिन पहले गांव में घुसकर गाय तथा अन्य पशुओं पर हमला (Attack of jarakh) कर अपना शिकार बना लिया। ग्रामीणों ने वनकर्मियों पर लापरवाही (
Carelessness of forest workers) का आरोप लगाते हुए बताया कि मामले के बारे में धूलारावजी वन चौकी फोरेस्ट को अवगत कराया था, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। जरख ने शुक्रवार शाम गांव में घुसकर लाली देवी पत्नी जगदीश प्रसाद सैनी, रामू पुत्र भगवान सहाय गुर्जर, सुरेश पुत्र शंकरलाल सैनी पर हमला (Attack of jarakh) कर दिया। जिससे तीनों गंभीर घायल (
Three people injured) हो गए। घटना को लेकर आक्रोशित लोगों ने अपने बीच बचाव के लिए जरख को पीट-पीट कर मार (
jarakh killed) डाला व शव को नदी में ले जाकर दफना दिया।
मृत जरख को गड्ढे से बाहर निकालामामले की सूचना पर धूलारावजी वन चौकी फोरेस्टर भवानी सिंह मीणा, राकेश शर्मा, खरकड़ा सरपंच विमलादेवी मीणा, भाजपा मंडल अध्यक्ष बद्रीनारायण मीणा, जमवारामगढ़ थानाप्रभारी एकता राज मीणा पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और मृत जरख (
jarakh killed) को गड्ढे से बाहर निकलवाकर धूलारावजी वन चौकी ले गए।
मुआवजा दिलवाने की मांगवहीं खरकडा सरपंच विमलादेवी मीणा ने जरख के हमले (Attack of jarakh) में घायल हुए तीनों (
Three people injured) को वन विभाग के उच्चाधिकारियों मुआवजा दिलवाने की मांग की है। इधर, जरख के हमले से घायल हुए तीनों लोगों का जयपुर एसएमएस अस्पताल में उपचार जारी है।