स्टाफ की ये है स्थिति
चौमूं नगरपालिका में अधिशासी अधिकारी के अलावा एक वरिष्ठ लिपिक, छह कनिष्ठ लिपिक, आठ सहायक कर्मचारी, आधा दर्जन से अधिक संविदाकर्मी, स्वास्थ्य निरीक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, एक कनिष्ठ लेखाकार समेत 100 से अधिक सफाईकर्मी कार्यरत हैं। सूत्रों की मानें तो इनकी हाजिरी मशीन से होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। सुबह 9.30 से शाम 6 बजे तक चलने वाले इस कार्यालय में कुछेक कर्मचारियों को छोडक़र अधिकतर लोग मशीन से हाजिरी नहीं करते हैं। इसका कारण ये है कि पालिका प्रशासन ने मशीन के साथ हाजिरी रजिस्टर भी बना रखा है। इस व्यवस्था के तहत बायोमेट्रिक मशीन व रजिस्टर दोनों में ही हाजिरी करना जरूरी है, लेकिन कर्मचारी व अधिकारी मनमर्जी से आने के चक्कर में मशीन में थम्ब नहीं लगाते हैं और रजिस्टर में ही हस्ताक्षर करते हैं। वहीं रजिस्टर की हाजिरी से ही वेतन भुगतान तैयार किया जा रहा है।
ड्यूटी चार्ट तक नहीं
पालिका प्रशासन की ओर से किस कर्मचारी को क्या कार्यभार सौंपा हुआ है। कौन अधिकार व कौन कर्मचारी सरकारी कार्य से जयपुर में किस कार्य से गया है। कौन-कौनसे सफाईकर्मियों को किस-किस वार्ड भेजा गया है। कौन-कौनसे ऑटोटीपरों की ड्यूटी किन-किन वार्डों में लगाई गई है। कौनसा अधिकारी व निगरानी ऑफिस छोडक़र किस सरकारी कार्य से बाहर गया है। इस तरह का ड्यूटी चार्ट तक नहीं लगाया जाता है। इससे कार्मिक बेफिक्र रहते हैं।
रेणु खंडेलवाल, क्षेत्रीय उप निदेशक, स्थानीय निकाय विभाग जयपुर
बायोमेट्रिक मशीन से ही पहले अधिकारी व कर्मचारी हाजिरी करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। इसे सख्ती से लागू करवाया जाएगा।
अध्यक्ष, नगरपालिका चौमूं