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चिकित्सक शिविर में, पीएचसी बीमार, कौन करें मरीजों का इलाज

locationबगरूPublished: Jun 14, 2018 06:24:35 pm

Submitted by:

Teekam saini

बगवाड़ा आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का मामला

In physician camp, PHC ill, who treat patients

चिकित्सक शिविर में, पीएचसी बीमार, कौन करें मरीजों का इलाज

दौलतपुरा (जयपुर). सावधान! अगर आप बगवाड़ा के आदर्श पीएचसी में इलाज के लिए जा रहे है तो पहले यह जानकारी कर लें कि इसके अन्तर्गत आने वाले गांवों में राजस्व शिविर तो नहीं लगा है। अगर शिविर लगा है तो आप वापस घर लौट आए, क्योंकि फिर पीएचसी में इलाज तो दूर गॉज पट्टी भी नहीं हो सकती। यहीं हो रहा है बगवाड़ा आदर्श पीएचसी में आने वाले मरीजों के साथ। यहां मरीजों को घंटों इंतजार करने के बाद बिना इलाज के लौटना पड़ रहा हैं। सबसे मजेदार बात तो यह है कि जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरोत्तम शर्मा से बगवाड़ा पीएचसी में चिकित्सक नहीं होने की बात की गई तो उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की कमी चल रही है। शिविर में जयपुर से चिकित्सक नहीं लगा सकतेे है। इसलिए इस परेशानी से ही गुजरना पड़ेगा।
गौरतलब है कि बगवाड़ा पीएचसी का पूरा स्टाफ इन दिनों राजस्व लोक अदालत अभियान शिविर में लगा हुआ है। ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसा ही नजारा गुरुवार को भी देखने को मिला। यहां केवल एक फार्मासिस्ट थी। जो सिर्फ दवा दे सकती थी। ऐसे में अस्पताल में मरीजों की कतार लग गई, लेकिन इनको देखने वाला कोई नहीं था। अंत में मरीजों को बिना इलाज निराश होकर लौटना पड़ा। जबकि इस आदर्श पीएचसी का आउटडोर प्रतिदिन 40-50 रहता है।
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फार्मासिस्ट के भरासे पीएचसी
बगवाड़ा आर्दश पीएचसी में एक चिकित्सा अधिकारी, 2 नर्सिंग स्टाफ, 1 फार्मासिस्ट, 1 एलटी, 2 वॉर्डबॉय, 1 स्वीपर, 1 एएनएम, 1 एनएचवी है। इसमें से 1 चिकित्सा अधिकारी, 1 नर्सिंग स्टॉफ, 1 एलटी, 1 वॉर्डबॉय, एएनएम की शिविर में ड्यूटी लगा दी जाती है। ऐसे में एक फार्मासिस्ट के भरोसे पीएचसी संचालित है, जो केवल दवा दे सकती है।
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3 घंटे तक भटकते रहे मरीज
बगवाड़ा पीएचसी में सुबह 8 से 11 बजे तक मरीज भटकते रहे। कुछ मरीज आते ही वापस चले गए, तो कुछ चिकित्सक के इंतजार में बैैठे रहे। कोई हाथ में इंजेक्शन लेकर घूम रहा था तो कोई चिकित्सक के इंतजार में अन्दर-बाहर चक्कर लगा रहा था। मरीजों ने बताया कि हम बड़ी मश्किलों से यहां आते है और चिकित्सक नहीं मिलने से परेशानी होती हैं।
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