अतिक्रमण पर चल रही थी जेसीबी, दस्ते को दी आत्महत्या की धमकी
बगरूPublished: Jul 20, 2018 11:41:12 pm
चरागाह भूमि से अतिक्रमण ध्वस्त, फसल नष्ट, हाईकोर्ट के आदेशों से कार्रवाई
अतिक्रमण पर चल रही थी जेसीबी, दस्ते को दी आत्महत्या की धमकी
गोविन्दगढ़. निकटवर्ती सिंगोद खुर्द गांव चरागाह भूमि पर पड़ौसी खातेदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को लेकर लगाई जनहित याचिका में हाईकोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। इस बीच अतिक्रमी ने फोन पर दस्ते को आत्महत्या की धमकी दे डाली। जिससे मौजूद अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दस्ते को खातेदारों के विरोध का भी सामना करना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारी व दस्ता अतिक्रमण ध्वस्त करने पहुंचा। रास्ता नहीं होने पर दस्ता निजी भूमि से मौके पर पहुंचने लगे तो अतिक्रमियों ने रास्ते में टै्रक्टर खड़ा कर विरोध शुरू कर दिया। लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए टै्रक्टर हटवाया और चरागाह पर बोई गई फसल को नष्ट कर पक्के मकान को ध्वस्त किया। साथ ही अनाज की बारियों, ड्रिप पाइप, सोलर सिस्टम को जब्त कर ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दिया। गौरतलब है कि करीब १५ वर्षों से इस भूमि पर अतिक्रमण था।
यह था मामला
चौमूं तहसीलदार देवीराम मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत सिंगोद खुर्द मेें यह भूमि राजस्व रिकॉर्ड में चरागाह में दर्ज है। जिस पर खातेदार रामेश्वर ने अतिक्रमण कर लिया था। साथ ही पक्का मकान बना लिया तथा सिंचाई के लिए कृषि विभाग से अनुदान लेकर सोलर सिस्टम लगाकर खेती शुरू कर दी। इस पर जगदीश जाट ने हाईकोर्ट मेें जनहित याचिका लगाई। जिस पर हाईकोर्ट ने जनवरी मेें भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए। लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। याचिकाकर्ता ने पुन: कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिस पर हाईकोर्ट ने कलक्टर को आदेश दिए।
फोन पर दी आत्महत्या की धमकी
जानकारी के मुताबिक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करते हुए अतिक्रमी ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर आत्महत्या करने की धकमी दे डाली। जिससे अधिकारियों के हाथ-पंव फूल गए। उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया। वहीं रामेश्वर ने फोन पर प्रशासनिक अधिकारियों से तीन दिन की मोहलत मांगी थी जिसे दरकिनार कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान चौमूं तहसीलदार देवी राम मीणा, गोविन्दगढ़ उपतहसीलदार लोकेन्द्र सिंह मीणा, चौमूं नायब तहसीलदार कीर्ति भारद्वाज, गिरदावर रामनिवास बोचल्या, सरपंच त्रिलोक लोच्छिब मौजूद रहे।