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अभी तक जटिल प्रक्रिया
पेंशनर्स को अभी लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। पहले पेंशनर्स को चिकित्सक के पास डायरी लेकर राशि वृद्धि का पत्र लेकर जाना पड़ता था। इसके बाद कोष कार्यालय में आवेदन पत्र लेकर जाना पड़ता था। इसके बाद कोष कार्यालय में आवेदन पत्र डायरी के साथ जमा कराना पड़ता था। फिर पेंशनर्स चिकित्सा वृद्धि समिति की बैठक में निर्णय के बाद राशि बढ़ाई जाती है।
अभी तक जटिल प्रक्रिया
पेंशनर्स को अभी लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। पहले पेंशनर्स को चिकित्सक के पास डायरी लेकर राशि वृद्धि का पत्र लेकर जाना पड़ता था। इसके बाद कोष कार्यालय में आवेदन पत्र लेकर जाना पड़ता था। इसके बाद कोष कार्यालय में आवेदन पत्र डायरी के साथ जमा कराना पड़ता था। फिर पेंशनर्स चिकित्सा वृद्धि समिति की बैठक में निर्णय के बाद राशि बढ़ाई जाती है।
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अब यह लगेगा शुल्क
– पेंशनर्स की डुप्लीकेट रिनुअल डायरी प्रिंट कराने का 25 रुपए
– फ्री मेडिसिन वितरण की लिमिट बढ़ाने का 25 रुपए
– इंडोर व आउटडोर प्रोसेसिंग के 30 रुपए
– कोषाधिकारी की ओर से स्वीकृत लिमिट प्रिंट के 11 रुपए
अब यह लगेगा शुल्क
– पेंशनर्स की डुप्लीकेट रिनुअल डायरी प्रिंट कराने का 25 रुपए
– फ्री मेडिसिन वितरण की लिमिट बढ़ाने का 25 रुपए
– इंडोर व आउटडोर प्रोसेसिंग के 30 रुपए
– कोषाधिकारी की ओर से स्वीकृत लिमिट प्रिंट के 11 रुपए
इनका कहना है
यह फैसला राहत भरा है। इससे पेंशनरों को दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। लेकिन अभी तक हमारे पास आदेश की प्रतिलिपि नहीं आई है।
गजेन्द्र सिंह बीजावत, अध्यक्ष राजस्थान पेंशनर समाज उपशाखा चौमूं
यह फैसला राहत भरा है। इससे पेंशनरों को दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। लेकिन अभी तक हमारे पास आदेश की प्रतिलिपि नहीं आई है।
गजेन्द्र सिंह बीजावत, अध्यक्ष राजस्थान पेंशनर समाज उपशाखा चौमूं