बकौल पीड़िता ने बताया कि मिहीपुरवा चौकी इंचार्ज ने 3 हजार रुपए की रिश्वत लेने के बाद भी उसके पति खेलावन को नहीं छोड़ा और सुबह लॉकअप में बंद उसके पति की मौत की खबर लगते ही शकुंतला के पांव तले की जमीन खिसक गई। मृतक की पत्नी ने पुलिस कस्टडी में पिटाई से मौत का आरोप लगाया है।
यह है पूरा मामला
घटना मोतीपुर इलाके के परवानी गौढ़ी गांव की है। जहां के रहने वाले खेलावन की पत्नी शकुंलता ने मोतीपुर पुलिस पर पति के पिटाई से मौत का आरोप लगाया है। मृतिका की पत्नी ने बताया कि मोतीपुर पुलिस बीते शनिवार को घर आई और पति को फर्जी शराब बेचने का आरोप लगाकर जबरदस्ती पकड़ ले गई। पुलिस ने पति को छोड़ने की एवज में 10 हजार रूपए की मांग की और तीन हजार रूपए उधार मांगकर पुलिस कर्मियों को दिया लेकिन पुलिस कर्मियों ने कहा कि पूरा पैसा लाओ। उसके बाद पति को छोड़ देंगे। पति की रविवार को मौत हो गई लेकिन पुलिस मामले को दबाए रही।
पति के मौत पर दहाड़े मारकर रो रही शकुंतला ने बताया कि हाल ही में उसकी बेटी की शादी होने वाली थी । जिसके हाँथ पीले करने से पहले पुलिसिया टार्चर ने बेटी का कन्यादान करने वाले पिता को हमेशा हमेशा के लिए छीन लिया है।
3 पुलिस कर्मी हुए निलंबित
इस मामले में SP बहराइच डॉ गौरव ग्रोवर ने लापरवाही बरतने के मामले में चौकी इंचार्ज मिहीपुरवा समेत 3 पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं मृतक का पोस्टमार्टम 3 डाक्टरों के पैनल में कराया गया है। जिसमें मृतक को TB रोग का शिकार बताया गया है।