पीड़ित महिला नेत्री का आरोप है, गाँव का ग्राम प्रधान मस्तराम चुनावी रंजिश को लेकर उसे रास्ते से हटाने का पूरा गेम खेल रहा है। जिसमें उसके परिवार वालों को तरह तरह का लालच देकर अपने गोल में शामिल करके महिला की हत्या करवाने की पूरी चाल खेल रहा है। यही नहीं पीड़िता को बदनाम करने के लिये अपने गुर्गों के द्वारा महिला के बारे में जगह जगह पर गलत बातें फैलवाकर समाज में उसको बदनाम करने की अपने तरफ से शाजिश रचने में कोई भी दांव बाकि नहीं रख रहा।
इसी कड़ी में ककरा नेवादा गाँव निवासी महिला नेत्री क्रांति पटेल ने अस्पताल के बिस्तर पर कराहते हुये बताया, वो ग्राम प्रधान के द्वारा सरकारी विकास की योजनाओं में किये जा रहे अनर्गल कार्यों का पार्टी संगठन की तरफ से शख्त विरोध करती है, जिसकी रंजिश में आकर गाँव का ग्राम प्रधान उसके परिवार वालों को उकसाकर उसकी हत्या कराने पर तुला हुआ है। जिसका नतीजा ये रहा की आज गंभीर हालत में अपना दल की महिला नेत्री जिला अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज करा रही है। पीड़िता का ये भी कहना है की लाठी डंडो से पिटाई के बाद हमलावर उसकी गर्दन काटने पर आमादा थे, जिसने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचायी। इस प्रकरण के मामले में अपना दल संगठन के जिला उपाध्यक्ष विमल वर्मा ने कहा, दोषियों पर शख्त कारवाही नहीं होती तो पूरे मंडल में अपना दल आंदोलन करने को विवश होगा।