इन शातिरों का फैला था तगड़ा जाल इंडो नेपाल बार्डर से लगी रुपईडीहा सीमा के आस-पास से लगे आबादी वाले इलाके जैतापुर मोड़, महाराज नगर, मधुबन गांव जैसे कई रिहायशी इलाकों को अपना शरणगाह बनाकर मादक पदार्थों की तस्करी का कारोबार करने वाले गिरोह को दबोचने के लिये रुपईडीहा थाने के थानाध्यक्ष आलोक राव ने भारी पुलिस फ़ोर्स के साथ तस्करों के कई ठिकानों पर औचक छापेमारी की कार्यवाही को अंजाम दिया। इस तावड़तोड़ कार्यवाही में चकिया रोड निवासी शाकिर नाम के तस्कर सहित हसमत उर्फ़ मास्टर को 2 किलो 200 ग्राम चरस की खेप संग रगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
इसके आलावा मुस्लिम बाग निवासी अली अहमद उर्फ़ बबलू के पास से करीब 1 किलो 200 ग्राम चरस की खेप समेत गिरफ्तार किया गया। तस्करों के खिलाफ पुलिस टीम की सघन कार्यवाही का सिलसिला यहीं तक नहीं थमा। नई बस्ती निवासी मस्सु को 1 किलो 100 ग्राम जबकि रुपईडीहा क्षेत्र के नई बस्ती इलाके के रहने वाले जियाउल नाम के शातिर चरस तस्कर को 1 किलो 300 ग्राम चरस की खेप समेत दबोचा गया।
पुलिस टीम के हत्थे लगे सभी चरस तस्करों को गिरफ्तार कर जेल रवाना किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला है की ये शातिर काफी अर्से से नेपाल के रास्ते चरस लाकर भारतीय क्षेत्रों में नशे के कारोबारियों को चरस सप्लाई करने का बड़ा सिंडिकेट चला रहे थे।
इनकी तलाश पुलिस काफी अर्से से कर रही थी। वहीं बहराइच की पुलिस टीम इन शातिरों के गैंग से जुड़े अन्य बड़े आकाओं का राज खंगालने में पूरी शिद्दत से जुट गयी है।