कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि सूबे में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खास योजनाएं चलाई जा रही हैं। अगले साल मार्च में उत्तर प्रदेश को पर्यटन में देश का नंबर वन प्रदेश बनाने की दिशा में ठोस पॉलिसी के तहत आगे बढ़ा जा रहा है। सरकार की योजना के तहत बुद्ध सर्किट को विकसित करने का काम किया जा रहा है। देश के ऐतिहासिक स्थल श्रावस्ती का विकास किया जाएगा। इसलिए यहां पर पर्यटन की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं।
श्रावस्ती में बाढ़ की समस्या पर जल क्रीड़ांगन बनाए जाने की जानकारी लेते हुए कहा कि जल क्रीडांगन के बनने से देशी-विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र होगा। मंत्री ने बताया कि विकास कार्य को लेकर पुरातत्व के नियम का पालन करना है। उसके लिए उस विभाग से परमिशन लिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि यहां पार्किंग, प्रसाधन, वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरा, लाइट एंड साउंड की व्यवस्था कराई जाएगी। यह निर्माण कार्य मार्च 2019 तक पूरा हो जाएगा। इसके पूर्व समीक्षा बैठक में समयबद्ध कार्य योजना बनाई गई और प्रत्येक माह मॉनिटरिंग करने का निर्देश भी दिया गया। ताकि पर्यटन सीजन आरम्भ होने के पूर्व कार्य पूर्ण हो जाए।
यूपीटी से निकलने के बाद चक्रभण्डार की स्थिति, पर्यटक की तरफ से बनाए गए शुलभ शौचालय का निरीक्षण किया। इस दौरान गन्दगी और खण्डहर में तब्दील भवन को देख पुरातत्व विभाग के लोगों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि श्रावस्ती पुरातत्व से सम्बंधित सभी फाइल लेकर मंगलवार को लखनऊ आ कर मिलो। इसके बाद लवकुश जन्म स्थली सीताद्वार हेतु निकल गई।
वहीं राम मंदिर निर्माण के सवाल पर किनारा कसते हुए रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री और पार्टी ने जनता के सामने सब कुछ स्पष्ट कर दिया कि भारत का जो संविधान है वो हमारे लिए सर्वोपरि है, संविधान में सभी धर्मों के पालन की इजाजत है। हमारा राष्ट्र किसी एक सम्प्रदाय का नहीं है। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए रीता बहुगुणा ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार की जो योजनायें है उन्ही वर्गों और उन्ही लोगो को ज्यादा मिली है जिनके नाम पर वो लोग विरोध कर रहे है।