मालूम हो कि इंडो-नेपाल बार्डर से सटे बहराइच जिले में गुरुवार रात को सात डाइनामाइट बम झाडिय़ों में मिलने से हड़कंप मच गया था। यह बम एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी के घर के पास झाडिय़ों में मिला था। इन डाइनामाइट बमों पर ‘मेड इन चाइनाÓ का मुहर है। बम मिलने की सूचना पर फौरन स्थानीय पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के जवान मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस पता लगाने में जुटी थी कि आखिर यह बम यहां कैसे आया। वहीं, इस मामले की जांच-पड़ताल के लिए आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) दस्ते को भी बुलाया लिया गया था। इसके बाद मौके पर पहुंची एटीएस टीम ने जांच में पाया कि यह बम नहीं बल्कि मोमबत्तियां हैं, जो बाजार में भी मिलती हैं। वहीं, एटीएस व स्थानीय पुलिस खोजबीन में जुट गई है कि आखिर यह शरारत किसकी है।
आतंकवाद निरोधी दस्ते को बुलाया गया था
भारत-नेपाल सीमा के इतने नजदीक बम मिलने के बाद बहराइच से लखनऊ तक पूरा पुलिस व प्रशासनिक अमला दहशत में आ गया था। वहीं, अब अतिरिक्त सक्रियता के मुड में प्रदेश के आला पुलिस अधिकारी नजर आ रहे हैं। देवीपाटन मंडल के डीआईजी अनिल कुमार राय स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया था कि घटना की जांच के लिए आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के साथ बम स्क्वायड को भी बुलाया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस पूरे मामले की जांच के बाद कई तथ्य सामने आएंगे।
भारत-नेपाल सीमा के इतने नजदीक बम मिलने के बाद बहराइच से लखनऊ तक पूरा पुलिस व प्रशासनिक अमला दहशत में आ गया था। वहीं, अब अतिरिक्त सक्रियता के मुड में प्रदेश के आला पुलिस अधिकारी नजर आ रहे हैं। देवीपाटन मंडल के डीआईजी अनिल कुमार राय स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया था कि घटना की जांच के लिए आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के साथ बम स्क्वायड को भी बुलाया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस पूरे मामले की जांच के बाद कई तथ्य सामने आएंगे।