बकरी पर मारा झप्पटा औलाद के लिए मां-बाप क्या कुछ नहीं करते अगर बात बच्चे की जिन्दगी की हो, तो पिता मौत के भी सामने खड़ा होने से परहेज नहीं करता। इसका जीता जागता उदाहरण बुधवार को उस वक्त देखने को मिला जब एक आदमखोर तेंदुए ने एक बच्चे पर हमला करने की कोशिश की। बच्चे पर तेंदुए की निगाह देख पिता सामने आ गया और वह आदमखोर तेंदुए से भिड़़ गया। तेंदुआ और उसमें करीब 15 मिनट तक उठापटक चलती रही। अंतत: तेंदुए को वहां से भागना पड़ा।
मुंह और पैरों पर कई वार किए जानकारी के मुताबिक बीती रात गांव के कुनउ अपने कच्चे मकान में सो रहे थे, तभी तेंदुआ घर में घुस आया और बकरी पर झपट पड़ा। बकरी के चीखने की आवाज सुन नींद से जागे कुनउ को लगा की तेंदुए ने उनके एक वर्षीय बेटे को दबोच लिया है, जो आंगन में ही पड़ी चारपाई पर सोया हुआ था। फिर क्या था अंजाम की परवाह किए बिना ये पिता उस आदमखोर तेंदुए से जा भिड़ा। करीब 15 मिनट तक उसने तेंदुए से संघर्ष किया, जिसमें तेंदुए ने उसके मुंह और पैरों पर कई वार किए। चीख पुकार सुनकर गांव वाले जब तक आते तेंदुआ पिता को घायल कर जंगल की ओर भाग गया। इसमें कुनउ को पूरे शरीर में चोटें आई हैं।
तेंदुए के आतंक से लोगोंं में दहशत आपको बता दें कि इस इलाके में तेंदुए का आतंक लगातार बढ़ रहा है। कुछ महीने पहले ही इसी गांव से वन विभाग ने एक मादा तेंदुआ और एक शावक को पकड़ा था। दोबारा हुए तेंदुए के हमले से ग्रामीण दहशत में हैं। घटना की जानकारी देते हुए रेंजर ने बताया की तेंदुए को पकडऩे के लिए पिंजरे लगा दिए गए हैं और उसको दबोचने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।