बताया जा रहा है कि एक दिन पहले दीपावली की व्यस्तता के बाद गुरुवार को कपड़ा बाजार स्थित मनमोहन गांधी की दुकान बंद थी। इसी बीच सुबह करीब दस बजे कुछ लोगों ने इस दुकान की चौथी मंजिल से धुंआ निकलते देखा और आग बुझाने का प्रयास करते हुए उसके सूचना दुकान मालिक को दी। दुकान मालिक की सूचना के बाद कुछ समय बाद खिलचीपुर नगरपंचायत की फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन उसमें पानी कम होने से कुछ देर बाद ही वह बंद हो गई। ऐसे में राजगढ़ से फायर ब्रिगेड को बुलवाया गया। लेकिन तब तक दुकान में खासा नुकसान हो चुका था। फिलहाल आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। वहीं कुछ लोग आतिशबाजी की चिंगारी से आग लगने की बात भी कर रहे हैं। करीब तीन घंटे तक लगी आग को बुझाने में शहर वासियों ने खासा प्रयास किया। इसमें मुकेश मोगिया, शंभु मेवाड़े, आशु सिंघी, लखन सोनी, बाबू लाइट, रिंकू नामदेव, सहित अन्य लोगों ने खासा प्रयास किया।
चाटूखेड़ा में जली दुकान
दीपावली के एक दिन बाद खिलचीपुर में लगी आग से पहले मंगलवार को राजगढ़ के चाटूखेड़ा में किराने की दुकान में लगी आग से करीब ढाई लाख के सामान का नुकसान हुआ। जानकारी अनुसार दीपावली पर्व के चलते दुकान में बड़ी संख्या में स्टाक मंगाया गया था। इसमें मंगलवार शाम करीब आठ बजे अचानक आग लगी। आग को दुकानदार ओर स्थानीय लोगों ने बुझाने का प्रयास भी किया, लेकिन तब तक दुकान में रखा अधिकांश सामान जल चुका था। घटना के समय ग्रामीणों ने इसी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी दी लेकिन इनमें से कोई मौके पर नहीं पहुंचा।
नहीं है पर्याप्त साधन
दीपावली के समय जिले में लगभग हर साल आग लगने से खासा नुकसान होता है। यही हाल गर्मियों के समय भी बना रहता है। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इसे रोकने के पर्याप्त प्रयास नहीं किए जाते। हालत यह है कि जिले में शहरों ओर गांवो की संख्या की मान से न तो पर्याप्त फायर ब्रिगेड मौजूद है न ही अन्य संसाधन।