देशी शराब की बोतलों में नेपाली शराब भर कर बेचते मुनाफा कमाने के लिए सरकारी ठेका चलाने वाले शराब कारोबारी भारत में बनने वाली देशी शराब की बोतलों में नेपाली शराब भर कर बेचते हैं। नेपाल बॉर्डर पर शराब का कारोबार व्यापक स्तर पर फैला है। जबकि सीमा पर निगरानी के लिए सिविल पुलिस के साथ ही तमाम सुरक्षा एजेंसियों का भारी भरकम जाल बिछा रहता है। उसके बावजूद नेपाल के रास्ते भारत मे नेपाल की जहरीली शराब की खेप को तस्करों द्वारा धड़ल्ले से खपाया जा रहा है। बॉर्डर पर हो रही शराब की तस्करी से छोटे बच्चों की जिंदगी धूमिल हो रही है।
22 रुपये मिलता है मेहनताना पैसे का लालच देकर बच्चों से शराब की खेप को सीमा पार लाने के लिए कहा जाता है। इसके एवज में उन्हें 22 रुपये प्रति शीशी के दर से बच्चों को कैरिंग के रूप में मेहनताना देकर उनसे शराब की तस्करी का काम लिया जाता है। कहा जा रहा है कि बाराबंकी शराब कांड के मुख्य आरोपी पप्पू जयसवाल के नेटवर्क से जुड़े शराब माफिया नेपाली गांव जमुनहा से अपने धन्धे का नेटवर्क चला रहे हैं। महिलाओं व बच्चों को अपना कैरियर बनाकर भारत की सीमा में नेपाली जहरीली शराब को जमकर खपा रहे हैं।
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