जिलाधिकारी दीपक मीणा ने विभूतिनाथ मंदिर के कैम्पस में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर ये निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेले को शान्ति पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है और मेला क्षेत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में 13 सेक्टर मजिस्ट्रेट एंव 13 स्टैटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। जो अपने-अपने निर्धारित स्थलों पर मौजूद रह कर रोस्टर के मुताबिक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित रखेंगे। उपजिलाधिकारी भिनगा शिपू गिरि, पुलिस क्षेत्राधिकारी भिनगा डा. जंगबहादुर यादव को मेला क्षेत्र का ओवर आल इन्चार्ज बनाया गया है। इसके अलावा इकौना और जमुनहा के उपजिलाधिकारियों और पुलिस क्षेत्राधिकारियों को भी श्रद्धालुओं के आवागमन के दौरान अपने-अपने क्षेत्रों के अंतर्गत शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही मेलाक्षेत्र में मन्दिर जाने वाले सभी कच्चे पक्के मार्गों पर साफ-सफाई एवं उसके आसपास झाड़ियों, काटें एवं कीचड़ हटाने का कार्य करने के लिए सफाई कर्मियों की तैनाती हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया है। इसके अलावा नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी को मेलार्थियों को शुद्ध पेयजल व्यवस्था करने तथा अधिशाषी अभियन्ता जल निगम को भी पानी टैंकर के पास एक अधिकारी की तैनाती करने का निर्देश दिया है ताकि वे पानी की उपलब्धता प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराते रहें। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया है कि मेले में स्वास्थ्य कैंप तथा कुशल चिकित्सकों एवं आवश्यक व्यवस्थाओं से सुसज्जित मोबाइल एम्बुलेंस की उपलब्धता मेला प्रारम्भ होने से समाप्ति तक मेला परिसर में सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।
वहीं पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मेला क्षेत्र में अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी के लिए व्यापक मात्रा में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही कांवरियों के भेष में पुरूष और महिला पुलिस की व्यवस्था की गई है जो मेलार्थियों के बीच में ही रह कर अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखेगी और यदि कोई भी व्यक्ति शान्ति व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करता है तो तत्काल खुफिया पुलिस उन्हे गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्ऱवाई करेगी।