नंगी तलवारें लेकर निकले छत्रिय युवा बहराइच जिले की सड़कों पर सैकड़ों छत्रिय समाज के लोग समाज के युवा नेता यशपाल सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करने उतरे। इस दौरान शहर के टंकी चौराहे से चला युवाओं का काफिला नंगी तलवारों के साथ नारेबाजी कर फिल्म का विरोध कर रहा था। यह जुलूस जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन देने के लिये पहुंचे, जहां मीडिया से मुखातिब होते हुए क्षत्रिय समाज के युवा नेता यशपाल सिंह ने कहा कि 16 हजार रानियों के साथ ‘जौहरÓ करने वाली रानी पद्मावती के नाम पर फिल्माई गयी। फिल्म में अपने व्यावसायिक फायदे के लिये फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने महारानी पद्मावती के इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है, जो छेड़छाड़ छत्रिय समाज को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है।
इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं यशपाल सिंह ने कहा कि रानी पद्मावती के बलिदान को धता बताते हुए फिल्मी पर्दे पर उनके इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने से नारी समाज की गरिमा को तार-तार करने का काम किया गया है। आक्रमणकारी अलाउद्दीन खिलजी के हरम में जाने के बजाय अपनी आबरू की रक्षा के लिये रानी पद्मावती ने अपनी १६ हजार अन्य साथी पटरानियों के साथ जौहर करने का काम किया था। ऐसी वीरांगना के इतिहास से छेड़छाड़ करने वाले फिल्म निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली को पहले इतिहास जानना चाहिए था। यशपाल ने कहा कि इस फिल्म का प्रदर्शन छत्रिय समाज कतई नहीं होने देगा। छत्रिय समाज के लोगों ने खुली तलवारें लेकर बार्डर के जिले से फिल्म में दर्शाये गए आपत्ति जनक दृश्यों को तत्काल हटाने की मांग की।
जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन पद्मावती फिल्म के विरोध में सड़क पर उतरे सभी प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फिल्म में दर्शाये गए सभी विवादित दृश्यों को हटाकर ही फिल्म को दर्शकों के लिये रिलीज किया जाये। अन्यथा छत्रिय समाज रानी पद्मावती के इतिहास से छेड़छाड़ करने वाले फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की गर्दन काटने में पीछे नहीं हटेगा। इस बात का ज्ञापन छत्रिय समाज के लोगों ने एकजुट होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर सिटी मजिस्ट्रेट के हाथों में सौंपा।