अधिकारों का हनन हो रहा है आक्रोशित रोजगार सेवकों ने आरोप लगाया कि ब्लॉक स्तर से रोजगार सेवकों का मास्टर रोल नहीं दिया जा रहा। वहीं, मास्टर रोल पर बिना रोजगार सेवक के हस्ताक्षर के भुगतान निकाला जा रहा है, जो रोजगार सेवकों के अधिकारों के हनन से जुड़ा हुआ संगीन मामला है। इसी अव्यवस्था से आहत जिले के सैकड़ों रोजगार सेवकों ने सिविल लाइन इलाके में स्थित पानी टंकी के ऊपर चढ़कर अपना आक्रोश प्रकट किया।
परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहे शहर की पानी टंकी पर एकजुट होकर पहुंचे जिले के सैकड़ों ग्राम रोजगार सेवकों ने अपनी आवाज बुलंद करने के लिये पानी टंकी के ऊपर चढ़ कर जिला प्रशासन और सरकार से अपने मानदेय भुगतान के संबंध में जमकर प्रदर्शन किया। सभी ग्राम रोजगार सेवको का कहना था कि ग्राम पंचायतों में रोजगार सेवकों के द्वारा मनरेगा सहित सभी अन्य कार्य पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ किये जाने के बावजूद भी मानदेय का भुगतान लगभग 20 माह से नहीं किया जा रहा है, जिसकी वजह से रोजगार सेवक अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं।
अधिकार के लिए आवाज की बुलंद ग्राम सेवकों ने बताया कि जो ब्लॉक स्तर पर हैं, उनको मास्टर रोल नहीं दिया जा रहा है तथा मास्टर रोल पर बिना रोजगार सेवक के हस्ताक्षर के भुगतान भी कर दिया जा रहा है, जो किसी कीमत पर न्याय संगत नही है। इन्हीं बातो के साथ ही रोजगार सेवकों के अधिकार की आवाज बुलंद करने की कड़ी में हम आज सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर जिले के समस्त रोजगार सेवकों ने अपना विरोध दर्ज करवाया। इस दौरान पीडि़त रोजगार सेवकों ने जिलाधिकारी को प्रेषित अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन अफसरों को सौंप कर जल्द से जल्द मामले का हल निकालने की मांग की।