तस्वीर साफ़ गवाही दे रही है कि जिस जगह पर मृतकों के शवों को रखा जाता है उस कमरे तक पहुँचने के लिये शोकाकुल परिजनों को ऐसी दुखभरी घड़ी में शव का अंतिम दर्शन करने के लिए कितनी भीषण गंदगी के बीच गुजरना पड़ रहा है। आप को बता दें कि जिला अस्पताल परिसर में स्थित मर्चरी हाऊस के अंदर कोई भी शख्स अपने मुंह पर बिना कपड़े बाँधे और सांसों को रोके बिना 2 मिनट तक नहीं ठहर सकता। यही नहीं इस संवेदनशील जगह पर तमाम गंभीर बीमारियों के वाहक रूपी जानवर यानी सुअरों झुण्ड भी यहां लगा रहता है। ये तस्वीर साफ़ दर्शा रही है कि गम्भीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज करने वाला स्वास्थ महकमा साफ़ सफाई के मामले में स्वयं कितना संजीदा है।
जरा सोंचिए बहराइच जिले का स्वास्थ महकमा मर्चरी हाऊस में रखे जाने वाले शवों के साथ मानवधिकार जैसे कानून के राज में कितना बड़ा संवेदनहीन बर्ताव मर्चरी हाऊस को कचरादान बनाकर कर रहा है। अब देखना है की आखिर कब तलक इस तरफ जिम्मेदार हाकिमों की नजर घूमती है और इस इलाके में साफ़ सफाई का अभियान चलता है।