यह था मामला- मामला नमसा योजना के तहत किसानों को बीज वितरण का था जिसमें कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने नमसा योजना के तहत चयनित ग्राम पंचायत बलनपुर बसन्तपुर में बीज विक्रेताओं से मिलीभगत करके बिना उर्वरक बीज क्रय किये ही फर्जी कैशमेमो बनवाकर प्रधान से लाभार्थियों की पासबुक ली और डी0बी0टी0 के माध्यम से लाभार्थियों के खातों में अनुदान की राशि 25 लाख 80 हजार रूपये भेज दिए। इसके बाद उन्हीं लाभार्थियों से बाढ़ राहत में आये रूपये का हवाला देकर उनके बैंक खातों से वह राशि निकलवा कर अधिकारियों और कर्मचारियों ने आपस में बांट लिए।
जब नमसा योजना में हुए लाखों के फर्जीवाड़े ने तूल पकड़ा तो जिलाधिकारी दीपक मीणा ने एक जांच टीम गठित कर दी। जांच टीम ने जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। जिसमें घोटाले की पुष्टि भी हुई और कृषि विभाग के अधिकारियों का फर्ज़ीवाड़ा भी सामने आया। यह देख जिलाधिकारी दीपक मीणा ने दोषी कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के फर्जीवाड़े की रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव कृषि उ0प्र0शासन को भी भेज दी है। मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।