कुम्हार की तरह है शिक्षक
केंद्रीय विद्यालय भिनगा में कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य ने कहा कि शिक्षक कुम्हार की तरह है जो बच्चों को कभी दुलार कर तो कभी डांट कर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास करता है। जिस तरह सुंदर घड़ा बनाने के लिए कुम्हार कभी मिट्टी को पीटता है तो कभी हाथ से संवारता है। विद्यालय में कार्यक्रम के दौरान स्कूल के बच्चों ने राधा कृष्ण का किरदार निभाकर कार्यक्रम प्रस्तुत किया वहीं अन्य बच्चों ने भी मनमोहक गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को सुंदर बनाया।
शिक्षक अभिनव कुमार ने कहा कि मझधार में जो पतवार बने, कभी डाट तो कभी दुलार बने। हर प्रयास में विश्वास बन, हर गलती का आभास बन, अच्छी शुरुआत जिससे है शुरू, वह है शिक्षक वह है गुरू।
डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला
इसके साथ ही संत कबीर जूनियर हाईस्कूल के प्राचार्य धरणीधर ने पूर्व राष्ट्रपति व शिक्षाविद् डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। वहीं चौधरी राम बिहारी बुद्ध इंटर कालेज के प्राचार्य ने कहा कि बच्चे शिक्षक के पुत्र व पुत्रियों के समान होते है। ऐसे में गुरुजनों को चाहिए कि वह अपने बच्चों की भांति अपने छात्रों के भी उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें बेहतर शिक्षा देने का प्रयास करें। सिटी मांटेशनरी मेमोरियल स्कूल सहित जिले के अन्य विद्यालयों में शिक्षक दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
गुरुजनों को फूल व पेन सहित अन्य उपहार देकर किया सम्मानित
इस दौरान लव विद्यापीठ भिनगा में भी स्कूली बच्चों द्वारा गुरुजनों को फूल व पेन सहित अन्य उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मौजूद लोगों ने डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा सुमन समर्पित किया।