आज समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टी के पास जनहित के कोई मुद्दे ही नहीं हैं। अगर इनके पास कोई मुद्दे होते तो सड़कों पर संघर्ष करते नजर आते। इनको जनता के हितों की चिंता नहीं इनको केवल अपनी कुर्सी की चिंता है। जनता ने जब इनको धूल चटाया और कुर्सी से बाहर किया तो स्वाभाविक रूप से इनको मलाल होना चाहिए। ये आग बबूला होना उनकी कुर्सी छिनने का दर्द और और कुछ नहीं।
बसपा सुप्रीमो मायावती (बुआ) द्वारा ( बबुआ) अखिलेश को राखी भेजने को मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने चुटीले अंदाज में अपना तर्क बयां करते हुए कहा कि मायावती का राखी भेजना तो और भी खतरनाक होता है। मौर्या ने कहा कि बहुत पहले मायावती ने भाजपा के बहुत ही वरिष्ठ नेता टंडन को राखी भेजी थी और राखी भेजने के बाद उन्होंने अपना गठबंधन तोड़ दिया, तो अगर उन्होंने अखिलेश यादव को राखी भेजी है तो ये समझ लीजिए स्वाभाविक रूप से गठबंधन टूटने वाला है।
अखिलेश यादव के बयान की आज भी हमारा काम बोल रहा है, भाजपा हमारे कामों का शिलान्यास कर रही है इस पर अपना तर्क देते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि अखिलेश यादव की हालत अंगूर खट्टे हैं वाली हो गयी है। अपने कार्यकाल में अखिलेश यादव कुछ भी पूरा कर नहीं पाए। जमीन ले नहीं पाये, स्वीकृति हो नहीं पाई, तो शिलान्यास किस बात का।
आज जमीन का अधिग्रहण भी हमने किया। पैसे की स्वीकृति भी हमने की है। शिलान्यास करके कार्य की शुरुआत भी हमने की है। सपने में किसी चीज का शिलान्यास करना कोई माईने नहीं होता है। जब तक कि व्यवहारिक तौर पर उसपर काम शुरू न हो। कुछ इस तरह बहराइच जिले में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आये बहराइच जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने सपा बसपा और कांग्रेस पर जमकर तंज कसा।