यह था मामला- मामला था पुराने बंद पड़े पेट्रोल पम्प की जमीन पर बने एक होटल को गिराने का। दरअसल भिनगा का पेट्रोल पंप कुछ साल पहले ही बंद हो गया था और उसकी जमीन को भिनगा के पुरानी बाज़ार निवासी हारून ने खरीद लिया था। हारून ने उस जमीन को दो लोगों को किराए पर दे रखा है, जिसमें एक वेल्डिंग का कार्य करता है और दूसरी तरफ एक चाय का होटल है। उसी जमीन पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा बताकर तहसीलदार आज उस जमीन पर बने होटल को टीम के साथ गिरवाने गए थे। उसी दौरान जमीन के मालिक हारून से व तहसीलदार से कहा सुनी हो गई, जिसके बाद भिनगा तहसीलदार ने उसे न सिर्फ कॉलर पकड़ कर घसीटा बल्कि उसके साथ गाली गलौज भी की। तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि तहसीलदार जमीन के मालिक को कैसे घसीट रहा है। काफी देर बाद पुलिस कर्मियों ने तहसीलदार के चंगुल से हारून को छुड़ाया और थाने ले गई।
ये भी पढ़ें- भाजपा को झटका, यह रिटायर्ड IPS अफसर समाजवादी पार्टी में हुआ शामिल पीड़ित के भाई ने लगाया आरोप- पीड़ित हारून के भाई का आरोप है कि हमारी जमीन के बगल से भाजपा संघ कार्यालय जाने का रास्ता है और उसी रास्ते से भाजपा के नेताओं का आना जाना है। भाजपा सांसद व भाजपा नेताओं के दबाव में हमारी जमीन पर उठी दीवार को गिराया गया है। पहले इस जमीन पर पेट्रोल पम्प था जिसे हमने खरीदा था। जबकि इसे गिराने के लिए हमें कोई नोटिस भी नहीं दी गई है।
डीएम ने कहा यह- वहीं इस मामले में डीएम दीपक मीणा ने बताया कि हमारे पास जो रिपोर्ट आई है वह अवैध कब्जे की जमीन को खाली करवाने के बारे में हैं। उसी को खाली कराने के लिए टीम के साथ तहसीलदार गए थे। किसी नागरिक के साथ बदतमीजी करने का अधिकार किसी भी अधिकारी को नही हैं। इसकी जांच कराई जाएगी, अगर दोषी पाए गए तो कार्रवाई होगी।