आप को बता दें की भारत-नेपाल बॉर्डर का जिला बहराइच अपराधिक दृष्टिकोण के नजरिये से अन्य जनपदों के मुकाबले काफी संवेदनशील जिलों के सेंसेक्स में पहले नंबर पर आंका जाता है। क्योंकि इस इलाके से सिमी, हिजबुल मुजाहिदीन, अलकायदा, इंडियन मुजाहिद्दीन, लश्कर-ए-तैयबा सहित तमाम आतंकी संगठनों के लिये
काम करने वाले दर्जनों खूंखार आतंकवादियों की गिरफ्तारी इस सीमा पर लगी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पहले कई बार की जा चुकी है। इसके अलावा जो घटनाएं साफ दर्शा रही हैं कि जरायम के नजरिये से ये इलाका कितना संवेदनशील है।
एसपी बहराइच ने की थी रेकी वहीं, हाल ही में बीते दिनों नानपारा क्षेत्र के गुरगुट्टा इलाके में बारा वफात के जुलूस में शामिल अराजक तत्वों द्वारा साम्प्रदयिक बवाल की घटना की ज्वलन्त तस्वीर सामने आने के बाद कानून व्यवस्था को और भी बड़ी मजबूती के साथ हैंडिल करने के लिये बहराइच के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जुगुल किशोर ने संवेदनशील इलाकों की अपने स्तर से रेकी कर बॉर्डर के जिले में तीन नई पुलिस चौकियों का गठन किया है।
ये हैं वे चौकियां बहराइच एसपी जुगुल किशोर ने जिन चौकियों का गठन किया है, उसमे पहली पुलिस चौकी कोतवाली नानपारा के गुरगुट्टा इलाके में स्थापित की गयी है, जबकि दूसरी पुलिस सहायता चौकी की स्थापना थाना हुजूरपुर से लगे पुरैनी बाजार में किया गया है। इसके साथ ही आये दिन चोरी, छिनैती एवं मरीज की मौत अदि की घटना से डॉक्टरों के साथ हाथापाई जैसे बवाल पर तात्कालिक पुलिस व्यवस्था उपलब्ध कराये जाने के मकशद से बहराइच जिला अस्पताल में एक अलग से नयी पुलिस चौकी का गठन कर क्राइम कंट्रोल करने की दिशा में एसपी की तरफ से एक बड़ा फैसला किया गया है। एसपी जुगुल किशोर ने बताया की इस पुलिस चौकी में एक दरोगा, चार कांस्टेबल एवं 2 महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी।