script

आदमखोर बाघ का आतंक, फिर एक मासूम को बनाया निवाला

locationबहराइचPublished: Oct 25, 2017 04:30:19 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

बीते दो दिनों के अंतराल में आदमखोर बाघ ने इलाके के दो बच्चों का अपना निवाला बना चुका है।

Tiger Attack

Tiger Attack

बहराइच. जिले के कर्तनिया वन्यजीव प्रभाग क्षेत्र में आदमखोर बाघ का आतंक जारी है। बीते दो दिनों के अंतराल में आदमखोर बाघ ने इलाके के दो बच्चों का अपना निवाला बना चुका है। इससे पूछे क्षेत्र में दहशत है। ताजा मामला कतर्नियां फारेस्ट सेंचुरी रेंज के मुर्तिहा जंगल से सटे अमृतपुर पुरैना गांव का है। बताया जाता है कि गांव के मजरे खल्ला पुरैना में घर के आंगन में सो रहे एक आठ साल के मासूम को आदमखोर तेंदुआ अपने जबड़े में दबोच कर जंगल की तरफ भाग निकला। बच्चे की चीख- पुकार सुनकर परिवारीजनों के साथ ही आस पास के ग्रामीणों की नींद टूटी तो देखा तेंदुआ बच्चे को जबड़े में दबोच कर भाग रहा है। ग्रामीण जब तलक हाका लगाते हुए जंगल की की तरफ दौड़े तब तक बाघ बच्चे को लेकर भाग निकला। काफी तलाश के बाद मासूम की लाश गन्ने के खेत से क्षत विक्षत अवस्था में मिली। इस घटना से इलाके के लोगों में दहशत व्याप्त है।
पटाखा छोड़कर बाघ को भगाया

मुर्तिहा रेंज के अंतर्गत जंगल से सटे अमृतपुर गांव के मजरा खल्लापुरवा निवासी मि_ू कुमार के घर वाले रात करीब नौ बजे खाना खाने के बाद घर के आंगन में सो रहे थे। इसी दौरान जंगल से निकले एक आदमखोर तेंदुए ने अपनी मां के पास चारपाई पर सोये हुए आठ वर्षीय बालक गंगा सागर पुत्र मि_ू को मुंह में दबा कर गांव के नजदीक गन्ने के खेत की तरफ घसीट ले गया। आबादी वाले इलाके में अचानक हुए तेंदुए के इस हमले से आस पास के ग्रामवासियों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने एकजुट होकर हाका लगाने के साथ ही गोला पटाखा दाग कर बच्चे को तलाशना शुरू किया। गोला पटाखों की आवाज सुनकर नरभक्षी तेंदुआ अपने जबड़े में फंसे शिकार को क्षत विक्षत हालत में गन्ने के खेत में छोड़ कर भाग गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा सुरेन्द्र यादव, एसओ सुजौली अफसर परवेज, एसएचओ मोतीपुर हरि सिंह ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में ले लिया।
वन विभाग को भी जानकारी पर नहीं हो रही कोई कार्रवा

स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में आदमखोर तेंदुआ पिछले कई दिनो से लगातार आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों पर हमला कर रहा है। अब तलक नरभक्षी बाघ गांव के दो बच्चों को अपना शिकार बना चुका है। साथ ही कई लोगों को घायल कर चुका है। पीडि़त ग्रामीणों का कहना है कि ये तेंदुआ आदमखोर हो गया है। प्रशासन व वन विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जंगली जानवरों के इस तरह के हमले की सूचना वन विभाग को आए दिन दी जाती है, लेकिन हम लोगों की सुरक्षा के लिए अब तक कोई उचित इंतजाम वन विभाग द्वारा नही किए गए।

ट्रेंडिंग वीडियो