पटाखा छोड़कर बाघ को भगाया मुर्तिहा रेंज के अंतर्गत जंगल से सटे अमृतपुर गांव के मजरा खल्लापुरवा निवासी मि_ू कुमार के घर वाले रात करीब नौ बजे खाना खाने के बाद घर के आंगन में सो रहे थे। इसी दौरान जंगल से निकले एक आदमखोर तेंदुए ने अपनी मां के पास चारपाई पर सोये हुए आठ वर्षीय बालक गंगा सागर पुत्र मि_ू को मुंह में दबा कर गांव के नजदीक गन्ने के खेत की तरफ घसीट ले गया। आबादी वाले इलाके में अचानक हुए तेंदुए के इस हमले से आस पास के ग्रामवासियों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने एकजुट होकर हाका लगाने के साथ ही गोला पटाखा दाग कर बच्चे को तलाशना शुरू किया। गोला पटाखों की आवाज सुनकर नरभक्षी तेंदुआ अपने जबड़े में फंसे शिकार को क्षत विक्षत हालत में गन्ने के खेत में छोड़ कर भाग गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा सुरेन्द्र यादव, एसओ सुजौली अफसर परवेज, एसएचओ मोतीपुर हरि सिंह ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में ले लिया।
वन विभाग को भी जानकारी पर नहीं हो रही कोई कार्रवाई स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में आदमखोर तेंदुआ पिछले कई दिनो से लगातार आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों पर हमला कर रहा है। अब तलक नरभक्षी बाघ गांव के दो बच्चों को अपना शिकार बना चुका है। साथ ही कई लोगों को घायल कर चुका है। पीडि़त ग्रामीणों का कहना है कि ये तेंदुआ आदमखोर हो गया है। प्रशासन व वन विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जंगली जानवरों के इस तरह के हमले की सूचना वन विभाग को आए दिन दी जाती है, लेकिन हम लोगों की सुरक्षा के लिए अब तक कोई उचित इंतजाम वन विभाग द्वारा नही किए गए।