घटना शहर के थाना दरगाह इलाक़े की है। जहां से सीमेंट की बोरियों को लादकर निकल रहा एक तांगे का घोड़ा अचानक भीषण गर्मी की तपिश और बोझ के ओवरलोड से अनियंत्रित होकर अचानक बीच सड़क पर पलट गया। जिस हादसे में तांगे का घोड़ा ओवरलोडिंग के चलते हवा में तकरीबन 15 मिनट तक लटक रहा। इस दौरान तांगा चालक एक सहयोगी के साथ घोड़े को बचाने के लिये संघर्ष करता नजर आया लेकिन अपनी कोशिश में कामयाब नहीं हुआ। फिर क्या था सड़क से गुजर रहे ट्रैफिक इंचार्ज शेषमणि पांडेय की नज़र जैसे ही हवा में लटके बेजुबान घोड़े पर पड़ी तो अपना फर्ज निभाने के लिये ट्रैफिक इंचार्ज सरकारी गाड़ी से कूदकर तत्काल मौके पर पहुंचे।
जहां घोड़े की लगाम की पकड़ कर पहले घोड़े को नीचे किया और फिर फंदा काटकर उसे आज़ाद कराकर अपना फर्ज अदा किया। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह सीमेंट की बोरिया बिखर गई और तांगा घोड़ा सहित दलदल में पलट गया। रास्ते से गुजर रहे शहर के ट्रैफिक इंचार्ज शेषमणि पांडेय ने ज्यों ही बेजुबान को हवा में लटका देखा तो उसे बचाने के लिये चलती गाड़ी से कूदकर मददगार बन बेजुबान की मदद में सबसे आगे जद्दोजहद करते दिखे।